प्रयागराज १५ जनवरी हिंदुस्तान की सभ्यता और संस्कृत कोई जवाब नहीं है देश के अंदर ठंड पड़ रही है फिर भी श्रद्धा ठंड पर भारी है आज माघ संक्रांति पर्व के अवसर पर सोमवार को संगम घाट पर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने स्नान किया और पूजा पाठ कर अन्न, खिचड़ी का दान किया। शनिवार की रात से ही संगम मे स्नान करने वाले श्रृद्धालुओ की भीड़ आना शुरु हो गयी। दो दिन मकर संक्रांति पड़ने के कारण श्रृद्धालुओ ने रविवार और सोमवार को भी गंगा स्नान किया। मेले में लाखो की भीड़ मौजूद रही। सुरक्षा की दृष्टि से उप महानिरीक्षक मेला लगातार फोर्स के साथ गश्त पर रहे। प्रशासन के अनुसार शाम 6:00 बजे तक 20 लाख से अधिक लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई।
सोमवार को भी मकर संक्रांति होने के कारण मेले में स्नान करने वालो की भारी भीड़ रही। रात से ही कड़ाके की ठंड और पछुआ हवा चलने के बावजूद स्नान करने वालों के पग नही रुके। वह गंगा स्नान पथ लिए आगे बढ़ते रहे। सुबह चार बजे से ही संगम में स्नान करने वाले पहुंच रहे थे।
संगम, राम घाट, किला घाट, काली घाट के साथ दशाश्वमेध घाट पर काफी भीड़ देखने को मिली। जिसके लिहाज से घाटो पर कदे सुरक्षा के इंतजाम किया गये। दूरदराज क्षेत्रों से आए श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई और मंदिर में पूजन करने पथ बाद अन्न व फल, तिल के लड्डू आदि का दान कर पुण्य के भागी बने।