“Decoding the Gita Within You” – हर युवा के मन की उलझनों का समाधान
लेखिका – नेहा वार्ष्णेय
“जब जीवन के उत्तर बाहर नहीं मिलते, तब हमें अपने भीतर झांकना पड़ता है…”
इसी विचार से जन्मी है लेखिका नेहा वार्ष्णेय की प्रेरणादायक पुस्तक – ‘Decoding the Gita Within You’, जो आज युवाओं और अध्यात्म प्रेमियों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है।
यह पुस्तक श्रीमद्भगवद्गीता को आधुनिक जीवन की चुनौतियों से जोड़ती है — तनाव, रिश्ते, आत्म-संदेह, करियर संघर्ष और मानसिक शांति जैसे विषयों पर गीता के श्लोकों की रोशनी डालती है।
पाठकों की प्रतिक्रियाएँ:
“ऐसा लगा जैसे गीता मेरे ही जीवन की कहानी कह रही है।” – रीमा तिवारी, रायपुर
📖 “नेहा जी ने कठिन श्लोकों को इतने सरल ढंग से समझाया कि मन छू गया।” – अमित जैन, दिल्ली
📖 “हर अध्याय एक आत्मसंवाद है, जो खुद से मिलने की राह दिखाता है।” – प्रिया नायर, मुंबई
हर अध्याय में एक गीता श्लोक, उसका आधुनिक अर्थ, और जीवन से जुड़ी कहानी
प्रश्नोत्तर शैली में लिखा गया — जैसे आप अपने मन से बात कर रहे हों
युवाओं, गृहिणियों, विद्यार्थियों और आध्यात्मिक खोज में लगे हर व्यक्ति के लिए उपयोगी
आसान भाषा में लिखी गयी ये किताब हर वर्ग और उम्र के लोगों के लिए है.
💬 लेखिका का संदेश: “मैंने यह पुस्तक केवल गीता को समझाने के लिए नहीं, बल्कि खुद को समझने की प्रेरणा देने के लिए लिखी है। जब हम भीतर की आवाज़ को सुनना सीख जाते हैं, तभी सच्ची शांति मिलती है।”
— नेहा वार्ष्णेय
📩 पुस्तक खरीदने के लिए DM करें: [varshneyneha28@gmail.com]
📞 या संपर्क करें –7000884035
पढ़िए – समझिए – और अपने भीतर की गीता को जानिए।
क्योंकि उत्तर वहीं है… आपके भीतर।
धन्यवाद
नेहा वार्ष्णेय
दुर्ग छत्तीसगढ़