सनातन प्रतिष्ठा प्रमाण पत्र को वैधानिक स्वीकृति मिले: सत्य सनातन धर्म प्रचारक दिवाकराचार्य महाराज
महेन्द्र कुमार उपाध्याय
अयोध्या धाम। अयोध्या के संत और सत्य सनातन धर्म प्रचारक दिवाकराचार्य महाराज ने विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की उस पहल का खुलकर समर्थन किया है, जिसके तहत दिल्ली में छठ पूजा के दौरान ‘सनातन प्रतिष्ठा प्रमाण पत्र’ चस्पा कर जगह-जगह स्टॉल लगाकर छठ पूजा सामग्री वितरित करने की खबरें सामने आई हैं। महाराज ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह सनातन धर्म की पवित्रता को स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
वीएचपी की इस पहल पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद द्वारा की गई टिप्पणी को दिवाकराचार्य महाराज ने ‘हलाल सर्टिफिकेट समर्थक’ करार दिया और कड़ा पलटवार किया। उन्होंने कहा, “सनातन धर्म कितनी पवित्रता रखता है, यह हमें कांग्रेस से नहीं पूछना पड़ेगा।”
महाराज दिवाकराचार्य ने अपने जारी किए बयान में केंद्र सरकार से पुरजोर मांग की है कि वह विश्व हिंदू परिषद की इस सराहनीय पहल को वैधानिक रूप से ‘सनातन प्रतिष्ठा प्रमाण पत्र’ के लिए स्वीकृति प्रदान करे। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि “हलाल सर्टिफिकेट समर्थक कांग्रेस और उनके नेताओं से सनातन की प्रतिष्ठा तय नहीं होगी।” दिवाकराचार्य महाराज ने वीएचपी की पहल की प्रशंसा करते हुए इसे सनातन धर्म के गौरव को बढ़ाने वाला कदम बताया। अयोध्या धाम के सत्य सनातन धर्म प्रचारक दिवाकराचार्य महाराज ने कहा कि सनातन धर्म की अपनी शुद्धता और पवित्रता है, जिसे इस तरह के प्रमाण पत्रों के माध्यम से संरक्षित और प्रचारित किया जाना चाहिए। उन्होंने वीएचपी के प्रयासों को समाज के लिए अनुकरणीय बताया।