पुलिस स्मृति दिवस” के अवसर पर पुलिस अधीक्षक बहराइच व पुलिस के अन्य अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा रिजर्व पुलिस लाइन बहराइच में पुलिस के अमर शहीद जवानों को श्रद्धा-सुमन/पुष्प चक्र अर्पित करते हुए दी गई श्रद्धांजलि

आज दिनांक 21.10.2025 को “पुलिस स्मृति दिवस” के अवसर पर पुलिस अधीक्षक बहराइच व पुलिस के अन्य अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा रिजर्व पुलिस लाइन बहराइच में अमर शहीदों, जिन्होंने नागरिकों की सुरक्षा व राष्ट्र सेवा हेतु पूर्ण प्रतिबद्धता और निष्ठा के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए अपने प्राणो की आहुति दी, ऐसे शहीद वीर जवानों को शत-शत नमन करते हुए श्रद्धा-सुमन/ पुष्प चक्र अर्पित कर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।

 

महोदय ने पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए बताया कि हमें गर्व है कि आज हम पुलिस विभाग में वर्दी पहनकर देश की सेवा कर रहे हैं। जिसमें कदम कदम पर जोखिम सन्निहित है, यही कारण है कि अपने कार्यों को अंजाम देने की प्रक्रिया में पुलिस बल बड़ी संख्या में कर्तव्य की बलिवेदी पर अपने प्राणों की आहुति देते रहते हैं । अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए जनसेवा के उच्च आदर्श की प्राप्ति में अपने प्राणों की परवाह न करने वाले पुलिसजन मरकर भी अमर हो जाते हैं, इनकी कीर्ति व यशगाथा समय के साथ क्षणिक नहीं होती अपितु अविरल अनुप्राणित करती रहती है, पुलिस की भावी संततियों को उसी पथ पर द्विगुणित साहस व मनोयोग से आगे बढ़ने के लिए ऐसी एक गाथा आज से 66 वर्ष पुरानी है । भारत की उत्तरी सीमा लद्दाख का जनहीन क्षेत्र 15 हजार फीट ऊंची बर्फ से ढके पर्वतों/ दर्रों के बीच जहाँ पर सामान्य नागरिक सुविधाओं के उपलब्ध होने की कल्पना तक नहीं की जा सकती वहाँ सदैव की भांति उस दिन भी देश की सीमा के सजग प्रहरी केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान गश्त पर निकले थे । स्वचालित राइफल व मोटार्स से लैस चीनी सैनिकों द्वारा छल पूर्वक हमारे क्षेत्र में घात लगाकर अचानक गश्ती बल पर हमला किया गया। अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए पुलिस बल की टुकड़ी ने चीनी सैनिकों का डटकर मुकाबला किया। अप्रतिम वीरता का परिचय देते हुए सी0आर0पी0एफ0 के जवानों ने अपने प्राण की आहूति दी। 21 अक्टूबर 1959 का यह दिन हमारे जवानों की प्रेरणा का एक अनन्य स्रोत बन गया । इन्ही अमर वीर जवानों के याद में प्रति वर्ष 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है।

 

01 सितम्बर 2024 से 31 अगस्त 2025 तक सम्पूर्ण भारत वर्ष में कर्तव्य की वेदी पर 186 पुलिसजन ने अपने प्राण न्यौछावर किए, इनमें उ0प्र0 पुलिस के 03 पुलिसजन निरीक्षक/दलनायक श्री सुनील कुमार, मुख्य आरक्षी दुर्गेश कुमार सिंह व आरक्षी सौरभ कुमार सम्मिलित हैं। निरीक्षक/दलनायक स्वर्गीय श्री सुनील कुमार, एसटीएफ, उ0प्र0 में तैनात होकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे थे। दिनांक 20.01.2025 को मय टीम के साथ 01 लाख के इनामी अपराधी अरशद की तलाश में थे, रात्रि 23.00 बजे निरीक्षक सुनील कुमार के नेतृत्व में एसटीएफ टीम द्वारा बिडौली चैसाना चौराहा जनपद शामली पर बदमाशों की घेराबन्दी कर गिरफ्तारी का प्रयास किया गया लेकिन बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी, फायरिंग में कई गोलियां निरीक्षक सुनील कुमार को लगी, बावजूद इसके एसटीएफ टीम का नेतृत्व किया, आत्मरक्षात्मक कार्यवाही में एसटीएफ द्वारा चलाई गयी गोलियों में चार बदमाश घायल हो गये जिनकी इलाज के दौरान मृत्यु हो गयी । कर्तव्यपालन के दौरान घायल निरीक्षक सुनील कुमार का गम्भीर रूप से घायल होने के कारण दिनांक 22.01.2025 को मेदांता अस्पताल, गुरूग्राम हरियाणा में निधन हो गया । निरीक्षक सुनील कुमार अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए शहीद हो गये । दिनांक 17.05.2025 को मुख्य आरक्षी स्वर्गीय दुर्गेश कुमार सिंह प्रभारी निरीक्षक चन्दवक, जौनपुर के साथ सरकारी वाहन से तहसील दिवस के बाद थाना जलालपुर जौनपुर में पंजीकृत मुकदमें के गो-तस्करों के विरुद्ध चलाये गये अभियान के तहत खुज्झी मोड़ थाना चन्दवक जौनपुर पर अवरोधक लगाकर चेकिंग की जा रही थी कि समय करीब 23.50 बजे पिकप वाहन को रोके जाने का इशारा किया गया, वाहन चालक व उसमें सवार सात अभियुक्तों द्वारा जान से मारने की नीयत से वाहन को मुख्य आरक्षी दुर्गेश कुमार सिंह के ऊपर चढ़ा दिया गया जिसमें वह गम्भीर रूप से घायल हो गये तथा ट्रामा सेंटर बीएचयू वाराणसी में चिकित्सकों द्वारा उन्हें मृत घोषित कर दिया गया । मुख्य आरक्षी दुर्गेश कुमार सिंह ने अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए वीरगति प्राप्त की । दिनांक 25.05.2025 को आरक्षी सौरभ कुमार, कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर उ0नि0 सचिन राठी के अगुवाई में मय टीम के साथ थाना फेज-3 नोएडा गौतमबुद्धनगर में पंजीकृत अभियोग के वांछित अभियुक्त कादिर को पकड़ने गये थे, पुलिस ने जब कादिर को पकड़ा तो वह चिल्लाने लगा कि पुलिस ने मुझे पकड़ लिया है, इनको पकड़ो और मारो । यह सुनकर वहां बहुत से लोग इकट्ठा हो गये और पुलिस पर हमला कर दिये । कादिर को पुलिस की गाड़ी में बैठाने के दौरान उसके भाई व अन्य लोगों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी जिसमें आरक्षी सौरभ के सिर में गोली लग गयी । पुलिस की एक टीम मौके से अभियुक्त कादिर को लेकर वहां से निकली और दूसरी टीम आरक्षी सौरभ को तत्काल गाड़ी से लेकर यशोदा अस्पताल, नेहरू नगर, गाजियाबाद पहुँची जहाँ चिकित्सकों द्वारा आरक्षी सौरभ को मृत घोषित कर दिया गया । आरक्षी सौरभ कुमार ने भी अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। जिन जवानों ने देश के लिए अपने प्राणों की आहूति दी है, उनके बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता ।

 

शहीदों को नमन करने के इस क्षण में पुलिस स्मृति स्थल पर अपर पुलिस अधीक्षक नगर श्री रामानन्द कुशवाहा, अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्री दुर्गा प्रसाद तिवारी, समस्त क्षेत्राधिकारीगण, प्रतिसार निरीक्षक श्री भुवनेश्वर सिंह व अन्य पुलिस अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।