मशहूर ओ मारूफ शाइरा चेतना कपूर ,,शफक,, के एल्बम बयाज़ की पहली ग़ज़ल आख़िरश क्या उन्हें जवाब दूँ मैं रिलीज़ ,,,,,,,
अनुराग लक्ष्य 28 जून
सलीम बस्तवी अज़ीज़ी
मुम्बई संवाददाता ।
कहते हैं कि इंसान का जुनून अगर सच्चा है तो उस इन्सान को उसकी मंज़िल पर पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता, और मेरा मानना यह भी है कि कितने खुशकिस्मत हैं वोह लोग जो ऊंची ऊंची उड़ानों की तमन्नाओं को अपने दिलों में नहीं बसाते। ज़िंदगी को ज़िंदगी समझते हैं और हालात का रुख जिस तरफ़ हो जाए, चुपचाप मुड़ जाते हैं। फिर सारा सफर तय करके अपनी मंज़िल पर पहुंच जाते हैं और जब ख्वाहिशों की ग़ुलामी से आज़ाद होते हैं तो रंगीन बहारें ख़ुद बखुद उनके दामन को सच्ची खुशियों से भर देती हैं।
जी हाँ, यह बात पूरी तरह लागू होती है मशहूर ओ मारूफ शाइरा चेतना कपूर ,, शफक,, पर । जिनके एल्बम बयाज़ को भजन और ग़ज़ल गायक अनूप जलोटा और उभरती गायिका सुहा सरकार ने अपनी खूबसूरत आवाज़ से एल्बम बयाज़ को एक नई ऊंचाई प्रदान की। जिसे पूरी भव्यता के साथ कांदिवली स्थिप भजन गायक अनूप जलोटा साहब के आवास पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के साथ एल्बम बयाज़ की पहली ग़ज़ल आख़िरश क्या उन्हें जवाब दूँ में को रिलीज किया गया। जिसमें मुंबई की जानी मानी हस्तियों ने शिरकत की।
इस म्यूजिक एल्बम को अपने कर्डप्रिय धुनों से संवारा है म्यूजिक डायरेक्टर बॉबे टूटुल ने।जिसकी प्रशंसा हर कोई खास ओ आम कर रहा है।
आपको बताते चलें कि शाइरा चेतना कपूर अपने म्यारी कलाम खूबसूरत गीतों से हिंदी साहित्य और उर्दू अदब की महफिलों में अपना खास मुकाम हासिल कर चुकी हैं। जिसका परिणाम है उनकी डायरी से निकली वोह चुनिंदा ग़ज़लें जो अब मंज़र ए आम हो चुकी हैं। बयाज़ उसी की तर्जुमनी करता नज़र आ रहा है।
चेतना कपूर शफक की ग़ज़लों को मंज़र ए आम पर लाने की जिम्मेदारी को बखूबी निभाया है रेड रिबन कंपनी के रूह ए रवाँ जनाब ललित जी ने।
आपको बताते चलें कि एल्बम बयाज़ के डुएट ग़ज़ल,
,आखिरश क्या उन्हें जवाब दूं मैं,
बेहद खूबसूरत बन गया है जो नई पीढ़ी को ज़रूर आकर्षित करेगी।
इसी के साथ
,जब तेरे साथ आईना देखा,
जिसमें ग़ज़लों की खूबसूरत चाशनी का अक्स आपको बाग़ बाग कर देगा।
एल्बम बयाज़ में आपको कुल 5 खूबसूरत ग़ज़लें सुनने को मिलेगीं जो आपकी रूह को ग़ज़लों की हकीकी खुशबू से मुअत्तर कर देंगी।