बस्ती (दैनिक अनुराग लक्ष्य ) गिरती कानून व्यवस्था, हत्या, हिंसा, राजस्व, बिजली विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों की मनमानी, उत्पीड़न, धन उगाही आदि घटनाओं को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता आशीष शुक्ल ‘सैनिक’ का आमरण अनशन दूसरे दिन गुरूवार को भी ‘एक रहेंगे, सेफ रहेंगे’ के नारे के साथ शास्त्री चौक के निकट जारी रहा।
सामाजिक कार्यकर्ता आशीष शुक्ल ‘सैनिक’ ने बताया कि आमरण अनशन के दूसरे दिन भी जिला प्रशासन का कोई वरिष्ठ अधिकारी अनशन स्थल पर नहीं पहुंचा। यह संदेश दिया गया कि सी.ओ. को मांग पत्र दे दीजिये, कप्तान साहब से फोन पर वार्ता हो जायेगी। आशीष शुक्ल ‘सैनिक’ ने कहा कि जब तक जिलाधिकारी या पुलिस अधीक्षक स्वयं वार्ता कर समस्याओं के समाधान का समुचित आश्वासन नहीं देते आमरण अनशन जारी रहेगा।
आशीष शुक्ल ‘सैनिक’ द्वारा जनहित के सवालों को लेकर चलाये जा रहे आमरण अनशन को अन्तराष्ट्रीय कायस्थ वाहिनी, ब्राम्हण महासभा, चित्रांश क्लब, बालाजी परिवार, विश्व हिन्दू महासंघ आदि संगठनों ने अपना समर्थन दिया है।
ज्ञात रहे कि नगर थाना क्षेत्र के खुटहन गांव में दो सगे भाईयों की करंट, पैकोलिया थाना क्षेत्र के जीतीपुर गांव में बालिका की हत्या, लालगंज थाना क्षेत्र में मासूम दलित बालिका से दुराचार, बस्ती शहर के मालवीय रोड पर जमीनी विवाद , कोतवाली थाना क्षेत्र के कटेश्वर पार्क में बालिका के साथ दुराचार, उभाई मंें युवक की हत्या मामले में सीबीसी प्रेेरक मिश्रा की रिपोर्ट को सार्वजनिक कर दोषी पुलिस कर्मियों के विरूद्ध कार्रवाई किये जाने आदि मांगों को लेकर आशीष शुक्ल ‘सैनिक’ आमरण अनशन पर हैं।
आमरण अनशन के दूसरे दिन चन्द्रेश प्रताप सिंह, सत्येन्द्र चौधरी, मो. इरफान, मो. रशीद, ओमकार चौधरी, पंकज दूबे, भगवानदीन, हिमांशु सोनी, प्रियांशु शुक्ला, अमरदीप पाण्डेय, अर्चित तिवारी, दिनेश तिवारी, अखिलेश ओझा, अरूण विद्यार्थी, अरविन्द सिंह के साथ ही अनेक लोगों, संगठनों ने अपना समर्थन दिया।