अनुराग लक्ष्य, 15 मई
सलीम बस्तवी अज़ीज़ी
मुम्बई संवाददाता ।
कहते हैं इन्सान का जुनून अगर सच्चा है तो वोह एक दिन अपनी मंज़िल पर ज़रूर पहुंचता है, फिर वोह मैदान कोई भी हो।
खुशी की बात है कि जिस पत्रिका अनुराग लक्ष्य को संपादक विनोद कुमार उपाध्याय ने उत्तर प्रदेश के ज़िला बस्ती से शुरू किया था वो आज देश की आर्थिक नगरी मुंबई में भी अपनी कामयाबी हासिल कर चुकी है। तभी तो मुंबई के साहित्यकार , समाजसेवियों से होते हुए आज मुंबई सायन के प्रतिष्ठित होटल गंगा विहार शबरी में भी पढ़ते हुए देखा जा रहा है।
पत्रिका के बारे मे पाठकों की राय बहुत अच्छी है।
इस अवसर पर समाज सेवी नईम खान , सलीम अंसारी, मुहम्मद कफील, राम जी कनौजिया, संजीव हिंदुजा, यूसुफ शेख और इम्तियाज़ भाई जैसे लोगों का कहना है कि अगर एक तरफ आपके संपादक विनोद कुमार उपाध्याय की मेहनत रंग लाई तो वहीं दूसरी तरफ मुंबई में इसकी सफलता का सारा श्रेय सलीम बस्तवी अज़ीज़ी को जाता है। जिनके अथक प्रयास और कोशिशों से पत्रिका अनुराग लक्ष्य आज मुंबई में हर ख़ास ओ आम के बीच अपनी जगह बनाने में कामयाब हो गई है।