ढोल नगाड़े बाज.. …रहे हैं खुश हर इंसान .
लोकतंत्र का पर्व है आया आओ करें मतदान।
गंगा जमुंनी तहजीबो , वाला अपना देश निराला ।
भांति भांति के जात धर्म और पंथ को इसने पाला।
गौरवशाली इस वैभव का करना है सम्मान ।
. ।।।।।लोकतंत्र का पर्व है आया आओ करें मतदान।
सोच समझ कर वोट करें रखे लोकतंत्र का मान।
सौ सुनार पर एक लोहार की सच का गूंजे गान ।
सुख सुविधा सबके हित तब संभव है श्रीमान।
लोकतंत्र का पर्व है आया आओ करें मतदान।
झूठे जुमले ,भाषण बाजी ,जब बोले नेता बोल।
अपने वोट के पावर से ,तब जनता करे कंट्रोल।
स्वच्छ छवि को वोट है देना , रखना इतना ध्यान।
लोकतंत्र का पर्व है आया आओ करें मतदान।
ऐसा अनुपम देश हमारा, हिंदी हिंदुस्तान का नारा।।
लहर लहर लहराए तिरंगा झंडा अपना हमको प्यारा
विश्व गुरु की अमित छवि पर सब करते अभिमान।
लोकतंत्र का पर्व है आया आओ करें मतदान।
मंत्री विधायक प्रत्याशी का तब होगा बुरा हाल।
भोजन रक्षा शिक्षा पर जब जनता करे सवाल।
वोट की चोट से ही जनता का होगा अब कल्याण।
लोकतंत्र का पर्व है आया आओ करें मतदान।।
सरिता सिंह गोरखपुर