बस्ती ( अनुराग लक्ष्य न्यूज ) मंगलवार को भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे. अबुल कलाम को उनके जन्म दिन की पूर्व संध्या पर याद किया गया। वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति महामंत्री श्याम प्रकाश शर्मा और कबीर साहित्य सेवा संस्थान अध्यक्ष सामईन फारूकी के संयोजन में कलेक्टेªट परिसर में आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के जीवन संघर्ष, लक्ष्य और संदेश पर विस्तार से प्रकाश डाला।
वरिष्ठ समाजसेवी डा. वी.के. वर्मा ने कहा कि डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में एक साधारण मुस्लिम परिवार में हुआ था। उन्होेने कठिन परिश्रम से मिसाइल के क्षेत्र में कीर्तिमान बनाया और राष्ट्रपति के रूप में देश को ऊंचाई दी। पूर्व प्रधानाचार्य डा. राम नरेश मंजुल ने कहा कि उन्हें डा. कलाम के पैतृक घर जाने का अवसर मिला, वह सुखद अनुभव था। वरिष्ठ अधिवक्ता श्याम प्रकाश शर्मा ने कहा कि 11 मई 1998 को डॉ. कलाम के ही नेतृत्व में भारत ने ‘ऑपरेशन शक्ति’ के तहत पोखरण में सफल परमाणु परीक्षण किया। उसके बाद 13 मई को दूसरा न्यूक्लियर टेस्ट किया गया। मिसाईल मैंन के रूप में उनका योगदान सदैव याद किया जायेगा।
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को याद करने वालों में मुख्य रूप से पं. चन्द्रबली मिश्र, कृष्ण प्रसाद मिश्र, मुमताज अहमद, जय प्रकाश, त्रिभुवन प्रसाद मिश्र, दीनानाथ यादव, गणेश मौर्य, मुख्तार आलम, रिजवान, समीर, दीनबंधु उपाध्याय, दुर्गा प्रसाद, पेशकार मिश्र, छोटेलाल यादव आचार्य, कृष्ण चन्द्र पाण्डेय, नेबूलाल चौधरी आदि शामिल रहे।