श्री वैदेही वल्लभ देवाचार्य जी जगद्गुरु रामानन्दाचार्य पीठ के नए आचार्य नियुक्त

 

महेन्द्र कुमार उपाध्याय
अयोध्या। धर्मनगरी अयोध्या धाम में आज (दिनांक) एक अत्यंत महत्वपूर्ण धार्मिक कार्यक्रम संपन्न हुआ, जहाँ सनातन परंपरा के प्रतिष्ठित रामानन्दाचार्य पीठ के रिक्त पद पर श्री वैदेही वल्लभ देवाचार्य जी को जगद्गुरु पद पर प्रतिष्ठित किया गया। यह पदस्थापन पश्चिम पीठ श्री शंभू बागदड़ पारखंड सौराष्ट्र गुजरात बाघेलाव कोशलेन्द्र मठ अहमदाबाद गुजरात आनंद भाष्य सिंहासनसीन पीठ से संबंधित है। सिंहस्थ कुम्भ के अवसर पर प्रतिष्ठा श्री वैदेही वल्लभ देवाचार्य जी की यह प्रतिष्ठा नव निर्मित तीर्थराज प्रयागराज सिंहस्थ महाकुम्भ के पावन पर्व को ध्यान में रखते हुए की गई। इस ऐतिहासिक घोषणा के लिए निर्वाणी अनी अखाड़ा के प्रांगण को चुना गया, जहाँ तीनों अनी अखाड़ा, चार सम्प्रदाय, सात प्रमुख खालसा और अन्य अखाड़ों के शीर्ष संतों की उपस्थिति रही।
प्रतिष्ठा समारोह में महंत, श्रीमहंत, जगद्गुरु रामानन्दाचार्य पद पर नियुक्त ज्ञान विद्यापीठ पुरस्कार रामानन्दाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज एवं अन्य जगद्गुरु, श्रीमहंत, महामंडलेश्वर, महंतों ने अपनी सहमति प्रदान की। यह प्रतिष्ठित पदस्थापन तीनों अनी अखाड़ों और समस्त संतों की सर्वसम्मत निर्णय से संपन्न हुआ।
विश्व स्तर पर होगा सम्मान
इस शुभ अवसर पर, समस्त धर्माचार्यों द्वारा श्री धाम अयोध्या में ‘सम्मान पधरावनी पादुका पूजन’ का कार्यक्रम भी पूरी श्रद्धा के साथ किया गया। संतों और धर्माचार्यों ने घोषणा की है कि श्री वैदेही वल्लभ देवाचार्य जी को न केवल भारत भर में, अपितु सम्पूर्ण विश्व में भी जगद्गुरु के इस सर्वोच्च पद पर सम्मानित किया जाएगा। फ़र्ज़ी रामानन्दाचार्य से सतर्क रहें । धर्म समाज ने इस अवसर पर एक महत्वपूर्ण सूचना भी जारी की है। इसमें बताया गया है कि एक व्यक्ति जो खुद को तथाकथित ‘सर्वेश्वर’ नाम से संत के रूप में प्रस्तुत करता है, वह फ़र्ज़ी तौर पर रामानन्दाचार्य बनकर घूम रहा है। संतों ने स्पष्ट किया है कि उसे उसके स्वयं के कुकृत्यों के कारण समाज व अखाड़ों से बहिष्कृत कर दिया गया है। आम जनता और श्रद्धालुजनों को ऐसे व्यक्तियों से सतर्क रहने की अपील की गई है