महेन्द्र कुमार उपाध्याय
अयोध्या गांगुली के प्रधान प्रतिनिधि अनिल तिवारी का रहा विशेष सहयोग । मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम और माता जानकी के विवाह उत्सव का भव्य और मनोरम आयोजन धूमधाम से संपन्न हुआ। इस दिव्य कार्यक्रम में अयोध्या गांगुली के प्रधान प्रतिनिधि का विशेष सहयोग रहा।
कार्यक्रम का आरंभ मुख्य अतिथि समाजसेवी गोलू पांडे जी एवं एमएल अकैडमी के प्रबंधक श्याम गुप्ता की उपस्थिति में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री रामचंद्र की आरती के साथ हुआ। धनुष यज्ञ की लीला । कार्यक्रम के दौरान विश्वामित्र जी के साथ भगवान राम और लक्ष्मण जी को धनुष यज्ञ में शामिल होने के लिए जाते हुए दिखाया गया। गंगा जी के तट पर गंगा पुत्रों से उनकी मुलाकात का मार्मिक दृश्य भी मंचित किया गया। इसके बाद, मिथिलापुरी में प्रवेश हुआ, जहां पुष्प वाटिका में मां जानकी और मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के प्रथम मिलन का अत्यंत मनोरम और अलौकिक दृश्य प्रस्तुत किया गया।
लक्ष्मण जी के अनुग्रह पर भगवान राम ने जनकपुर के लोगों को नगर घूमकर दर्शन कराए। स्वयंवर और विवाह। तत्पश्चात, स्वयंवर का कार्यक्रम शुरू हुआ, जिसमें रावण-बाणासुर संवाद और परशुराम-लक्ष्मण संवाद के ओजस्वी दृश्यों ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। स्वयंवर में भगवान राम द्वारा शिव धनुष को खंडित करने के बाद, राम-जानकी जी का वरमाला पहनाकर पंडित द्वारा विधिवत विवाह संपन्न कराया गया। विवाह उत्सव को यादगार बनाने के लिए अयोध्या से एक भव्य बारात आई, जिसमें ढोल, नगाड़े, बाजे, और गोली-तमाशे के साथ बारात निकाली गई। इन सभी दृश्यों को फलीभूत ढंग से दिखाकर विवाह उत्सव को बहुत ही धूमधाम और उत्साह के साथ संपन्न कराया गया, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय और उल्लास से भर गया।