बस्ती। ओडीएफ पल्स ग्राम पंचायतों में से 13 ग्राम पंचायतों को माडल ग्राम घोषित किया गया था। इन्हें 31 मार्च तक माडल ग्राम पंचायत के रूप में विकसित हो जाना था मगर सदर ब्लॉक के महसों और परसरामपुर विकास खंड के सिकंदरपुर ग्राम पंचायत को छोड़ कर बाकी 11 ग्राम पंचायतें माडल नहीं हो सकी। इसकी जांच स्वच्छ भारत मिशन के जिला समंवयक राजाशेर सिंह व विष्णूदेवनाथ तिवारी ने की तो पता चला माडल गांवों लक्ष्य के मुताबिक कार्य ही नहीं कराए जा सके। इन ग्राम पंचायतों को जो धन आवंटित हुए उसे ही खर्च ही नहीं कर सके। ग्राम पंचायतों में जो धनराशि खर्च की गई उस कार्य का जिओ टैग भी नहीं कराया गया है। बरती गई लापरवाही के लिए ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत सेक्रटरी उत्तरदायी ठहराए गए हैं। स्वच्छ भारत मिशन की ओर से इस मामले की रिपोर्ट मिशन निदेशक, डीडी पंचायत, डीएम, सीडीओ व संबंधित ब्लॉक के एडीओ पंचायत को दे दी गई है।