श्री कृष्ण वन्दना से संवरता है जीवन
दो दिवसीय संर्कीतन में उमड़ी आस्था
बस्ती (दैनिक अनुराग लक्ष्य ) कलयुग में नाम जप और भजन का विशेष महत्व है। श्रीकृष्ण वन्दना से पाप जलते हैं और पुण्य का उदय होता है। यह विचार गुरुदेव भक्तिवेदांत वन गोस्वामी महाराज जी ने व्लाक रोड स्थित सिमरन मैरेज हाल के सभागार में आयोजित दो दिवसीय श्रीहरिकथा और नाम संकीर्तन अवसर पर व्यक्त किया।
महात्मा जी ने कहा कि मनुष्य का उद्देश्य भगवान श्री कृष्ण का भजन करना है यदि हमे नित्य सुखी होना है तो हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे , हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे इस महामंत्र का सुबह और शाम को कम से कम 108 बार जप करना चाहिए । इससे समस्त इच्छाएं पूर्ण हो जाएंगी और मनुष्य जीवन सुखी हो जाएगा । वन गोस्वामी महाराज ने गुरू महिमा पर विस्तार से प्रकाश डाला। कहा कि सद्गुरू जीवन में सृजनात्मक परिवर्तन लेकर आते हैं।
आयोजक वन माधुर्यम टेस्टिब लेबोरेट्री के कृष्णकान्त पाण्डेय ने बताया कि कार्यक्रम में गौसेवा आयोग उपाध्यक्ष महेश शुक्ल, वरिष्ठ भाजपा नेता , अंकुर वर्मा, आलोक पाण्डेय, सभासद परमेश्वर शुक्ल, सभासद सोनू पाण्डेय के साथ ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त उपस्थित रहे।