प्रोटान शिक्षक संघ का जिला स्तरीय कार्यक्रम हुआ संपन्न

बस्ती (दैनिक अनुराग लक्ष्य ) प्रोफेसर टीचर एंड नॉन टीचिंग इम्प्लाइज ऑर्गेनाइजेशन (प्रोटान शिक्षक संघ) द्वारा स्थान – एन आर होटल निकट जी आइ सी इंटर कालेज के बगल में जिला स्तरीय कार्यक्रम जिला उन्नयन संगोष्ठी दिनेश कुमार चौधरी के संयोजन में हुआ जिसकी अध्यक्षता आयु. रेखा राम चंद्रन प्रदेश कार्यकारिणी अध्यक्ष प्रोटॉन शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश ने किया l

कार्यक्रम का संचालन माननीय राजेन्द्र कन्नौजिया जिला संरक्षक प्रोटान द्वारा किया गया, मुख्य अतिथि के तौर पर डा. अरविंद कुमार मौर्य रतन सेन डिग्री कालेज बांसी उपस्थित रहे।

प्रोटॉन शिक्षक संघ के जिला प्रभारी आत्मा प्रसाद ने कहा वर्तमान शिक्षण सत्र 2025- 26 में नामांकन पर जोर दिया जाएगा तथा अभिभावकों से संपर्क करके नामांकन बढ़ाने के लिए प्रेरित किया जाएगा जिससे शिक्षण कार्य विद्यालय में सुचार रूप से संचालित हो सके l इस जिला स्तरीय कार्यक्रम में प्रोटॉन शिक्षक संघ का चुनाव संपन्न हुआ जिसमें जिला तथा ब्लॉक स्तरीय कमेटियों का गठन किया गया l

 

अध्यक्षता कर रही आयु. रेखा राम चंद्रन ने बताया कि 16 जून 2025 को शासन द्वारा जारी आदेश के अनुसार अपर्याप्त नामांकन वाले विद्यालयों को मर्ज करने की प्रक्रिया शिक्षा के अधिकार अधिनियम (RTE Act-2009), भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21(A) तथा राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग अधिनियम का स्पष्ट उल्लंघन है।

विशेष अतिथि हरिशंकर शिक्षक गवर्नमेंट आइटीआइ ने कहा कि संगठन छात्रों के शैक्षिक अधिकार, सुलभ शिक्षा,शिक्षक,शिक्षामित्र और सरकारी स्कूलों की गरिमा की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

प्रोटान शिक्षक संघ के सदस्य सत्येंद्र सहाय ने मर्जिंग नीति का विरोध करते हुए कहा कि मर्जिंग से उत्तर प्रदेश शिक्षा व्यवस्था की रीढ़ की हड्डी कमजोर हो जाएगा। वर्तमान में विद्यालयों की‌ भौगोलिक स्थिति सुलभ हैं,मर्जिंग से ग्रामीण क्षेत्रों में विद्यालयों की दूरी बढ़ेगी,जिससे बालिकाओं,दिव्यांगो एवं छोटे बच्चों की उपस्थिति में गिरावट आएगी जिसका सीधा दुष्प्रभाव उनके सर्वांगीण विकास एवं शिक्षा पर होगा।उत्तर प्रदेश में शासन द्वारा चलाए जा रहे समावेशी शिक्षा,सर्व शिक्षा अभियान एवं समग्र शिक्षा अभियान, निपुण लक्ष्य के कार्य एवं उद्देश्य अधूरे रह जाएंगे।. प्रधानाध्यापक के पद समाप्त होंगे जिससे उनकी, कार्यक्षमता,प्रभाव शीलता एवं निर्णय क्षमता प्रभावित होगी। वर्तमान में कार्यरत सहायक अध्यापकों की भविष्य में पदोन्नति के अवसर सीमित हो जायेंगे जिससे उनकी कार्यप्रणाली एवं मानसिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। निजीकरण को बढ़ावा मिलेगा,शिक्षा का व्यवसायीकरण एवं बाजारीकरण होना आरम्भ हो सकता है जिससे मध्यम वर्गीय सर्वसाधारण जीवन यापन करने वाले अभिभावकों के बच्चों की पहुंच से शिक्षा महंगी और काफी दूर साबित होगी‌ । भारतीय संविधान की मूल अवधारणा है कि सरकार की भावना राष्ट्र एवं राज्य के प्रति जनकल्याणकारी (Social welfare) होनी चाहिए लेकिन मर्जिंग का निर्णय इस अवधारणा के विपरीत प्रतीत हो रहा है।प्रदेश सरकार द्वारा पूर्व में बच्चे के घर से विद्यालय की दूरी और उनकी उपलब्धता का जो निर्णय लिया गया था, वर्तमान में शासन के इस निर्णय से विद्यालयों की उपलब्धता कम हो जायेगी,बच्चों को सुदूर स्थित विद्यालय जाने पड़ेंगे जिससे जमीनी स्तर पर शिक्षा के प्रति बच्चों और अभिभावकों का रुझान कम हो जाएगा जो परिवार,समाज और राष्ट्र की प्रगति लिए बाधक सिद्ध होगा। स्कूलों की मर्जिंग के बाद यदि स्कूल बंद हो जाते हैं तो अनुदेशकों, शिक्षामित्रों एवं रसोईयों की आजीविका पर बुरा प्रभाव पड़ेगा तथा उनके परिवार का पालन-पोषण बाधित होगा।

 

प्रोटान शिक्षक संघ के मंडल प्रभारी महेंद्र अमरोही ने का कहना है कि यह सर्वविदित है कि सरकारी बेसिक स्कूलों में समाज के आधुनिक संसाधनहीन,आर्थिक रूप से कमजोर एवं पिछड़े तथा शिक्षा के प्रति कम जागरूक तबके व परिवार के बच्चें अधिक संख्या में पढ़ते हैं,जिनकी शिक्षा-दीक्षा एवं सर्वांगीण विकास की शत् प्रतिशत जिम्मेदारी इन्हीं विद्यालयों के उपर है।विद्यालय नजदीक एवं सुलभ होने के कारण बच्चे आसानी से उपस्थित होकर नवाचारी,गुणवत्तापूर्ण प्राथमिक शिक्षा ग्रहण करके सार्वभौमिक एवं सर्वांगीण विकास करते हैं तथा माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा में प्रवेश लेकर अपनी जीवन दशा-प्रत्याशा में परिवर्तन करके एक कौशल युक्त समझदार एवं जिम्मेदार शिक्षित नागरिक बनकर स्वयं और राष्ट्रहित विकास में कार्य करते हैं,यदि विद्यालय बंद हो जाएगा तो इनकी प्राथमिक शिक्षा-दीक्षा पर बहुत ही गहरा बुरा प्रभाव पड़ेगा और जब इनकी प्राथमिक शिक्षा ही प्रभावित हो जाएगी तो बच्चों के द्वारा माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा में प्रवेश लेना बहुत ही मुश्किल होगा।

प्रोटान शिक्षक कार्यकारिणी सदस्य प्रताप नरायन चौधरी,संजू यादव, अनिल कुमार ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार को राष्ट्र एवं छात्रहित में मर्जिंग योजना को तत्काल प्रभाव से रोका जा और कम नामांकन वाले विद्यालयों में नामांकन बढ़ाने के नवाचारात्मक उपाय किए जाएं।

कार्यक्रम में कार्यकारिणी अध्यक्ष हरिशंकर जी, जिला अध्यक्ष, सत्यप्रकाश, उपाध्यक्ष में राजीव शरण, बजरंगी लाल, महासचिव अजय प्रताप चौधरी, सचिव में जगदीश चौहान,डा सिद्धार्थ,डा अरविंद मौर्य, ज्ञानदास कन्नौजिया, आशुतोष यादव, कोषाध्यक्ष विजय शर्मा, सदस्य संजू यादव

कार्यक्रम में निम्नलिखित शिक्षक गण उपस्थित थे

बिजली प्रसाद, राजेंद्र शूद्र, रामजी वर्मा,मारुफ खान, वीरेंद्र यादव, अमरेन्द्र चौधरी,सुजीत पासवान,रवि रंजन, सुभाष चन्द्र वरूण उपस्थित रहे।