0-अंपायरों को भी गलतियों पर मिले सजा
नईदिल्ली। तीन मैच की टेस्ट सीरीज के पहले मैच में वेस्टइंडीज को केंसिंग्टन ओवल, ब्रिजटाउन, बारबाडोस में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 159 रनों से हार का सामना करना पड़ा. पहली पारी में मेहमान टीम ऑस्ट्रेलिया को 180 के स्कोर पर ऑल आउट करने के बाद भी मेजबान टीम मैच जीतने से चूक गई.
हार के बाद वेस्टइंडीज के कप्तान रोस्टन चेस का गुस्सा अंपायरों पर निकला और अंपायरिंग की आलोचना करते हुए गलत फैसले देने पर अंपायरों को भी सजा देने की मांग कर दी, क्योंकि क्योंकि एक गलत फैसला खिलाड़ी के करियर को बना या बिगाड़ सकता है.
चेस ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, मैच अधिकारियों को कभी कुछ नहीं होता. वे बस गलत या संदिग्ध निर्णय लेते हैं, और जीवन चलता रहता है. जबकि आप लोगों के करियर के बारे में बात कर रहे हैं. एक गलत निर्णय किसी व्यक्ति के करियर को बना या बिगाड़ सकता है. मुझे लगता है कि जब खिलाड़ी लाइन से बाहर निकलते हैं, तो उन्हें दंडित किया जाना चाहिए. मुझे लगता है कि जब खिलाड़ियों के खिलाफ कोई गलत निर्णय होता है, तो फिर अंपायरों पर भी कुछ जुर्माना लगाया जाना चाहिए.
बता दें इस टेस्ट मैच के तीन निर्णय चर्चा का विषय बन गए हैं. पहले दिन ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज ट्रेविस हेड को टीवी अंपायर एड्रियन होल्डस्टॉक ने 53 रन पर नॉट आउट करार दिया, क्योंकि स्टंप के पीछे शाई होप द्वारा स्पष्ट कैच के सबूतों की कमी का हवाला दिया गया. उसके बाद वेस्टइंडीज की पहली पारी के दौरान दो विवादास्पद आउट दिए गए, जिसमें चेस को एलबीडब्ल्यू दिया गया जबकि कैमरे ने रीप्ले में पैड पर बैट का अंदरूनी किनारा लगने के बाद दिखाया था और फिर शाई होप को स्पष्ट कैच न होने पर कैच आउट करार दिया गया.
चेस ने आगे कहा कि उनकी टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 180 रन पर आउट करके अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन फिर विवादास्पद अंपायरिंग कॉल ने उन्हें कमजोर कर दिया. यह खेल मेरे और टीम के लिए निराशाजनक है क्योंकि हमने ऑस्ट्रेलिया को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर आउट कर दिया. हम इससे बहुत खुश थे, लेकिन फिर खेल में बहुत सारे संदिग्ध फैसले हुए और उनमें से कोई भी हमारे पक्ष में नहीं गया.
वेस्टइंडीज के हेड कोच डैरेन सैमी ने दूसरे दिन मैच रेफरी जवागल श्रीनाथ से मुलाकात कर विवादास्पद फैसलों पर अपनी चिंता व्यक्त की. सीरीज का दूसरा मैच 3 जुलाई से ग्रेनेडा में खेला जाएगा.
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