शीर्षक *”जरा जरा सी बात”*
नेहा वार्ष्णेय
दुर्ग छत्तीसगढ़
जरा जरा सी बात, पर असर बहुत बड़ा,
जरा सी बात पर खतरा भी बड़ा,
जरा जरा सी बात पर बदल जाती है जिंदगी,
जरा जरा सी बात, पर दिल टूट जाता है,
रिश्ते टूट जाते हैं,राह बदल जाती है
जरा सी बात, पर सब कुछ बदल जाता है।
जरा जरा सी बात, पर दर्द बहुत बड़ा,
सबक बहुत बड़ा, पाठ बहुत बड़ा,
जरा सी बात दिल की टूटन पर जिंदगी की सीख,
जरा सी बात संभालने मांगे रिश्तों की भीख,
जरा जरा सी बात पर भावनाएं उमड़ आईं,
जरा जरा लम्हों ने जिंदगी की खुशियां बढ़ाई।।
नेहा वार्ष्णेय