रिपोर्ट जितेन्द्र पाठक संतकबीरनगर
संत कबीर नगर – इफ़को संस्था द्वारा विकास भवन सभागार में इफको द्वारा नैनो यूरिया तरल एवं नैनो डी ए पी तरल पर आधारित जनपद स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया
मुख्य अतिथि मुख्य विकास अधिकारी महोदय श्री संत कुमार एवं परियोजना निदेशक श्री संजय कुमार नायक की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में उप कृषि निदेशक डा० राकेश कुमार सिंह, जिलाकृषि आधिकारी श्री पी सी विश्वकर्मा, सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता,संत कबीर नगर श्री हरी प्रसाद,उप संभागीय कृषि प्रसार आधिकारी श्री शशांक चौधरी, उपजिलाकृषि अधिकारी श्री ब्रजेश चौधरी उपमहाप्रबंधक इफको गोरखपुर श्री हरिप्रसाद मल्ल,क्षेत्र प्रबंधक इफको,संत कबीर नगर श्री अमित कुमार,जिला प्रबंधक पी०सी०एफ० संत कबीर नगर, अपर जिला सहकारी अधिकारीगण, श्री गुलाब चौधरी,श्री रवी श्रीवास्तव,सहायक विकास अधिकारी सहकारिता अधिकारीगण समेत 125 की संख्या में विक्रि केन्द्र के प्रभारी,साधन सहकारी समिति के सचिवगण एवं प्रगतिशील कृषक उपस्थित रहे ..
कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों के औपचारिक स्वागत समारोह के साथ किया गया तदोपरांत उपमहाप्रबंधक श्री हरि प्रसाद मल्ल द्वारा इफको नैनो यूरिया तरल एवं इफको नैनो डी0ए0पी0 तरल के लाभ एवं उपयोग के बारे में विस्तार से चर्चा किया गया ..श्री मल्ल द्वारा जनपद के कुल उर्वरक खपत पर प्रकाश डालते हुए बताया गया की किसानो द्वारा संतुलित उर्वरक का प्रयोग न कर यूरिया उर्वरको का अंधाधुंध प्रयोग किया जा रहा है जिससे मृदा,भूमिगत जल एवं पर्यावरण तो दूषित हो ही रहा है जिसके फलस्वरूप हमारे अपने स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है..नैनो उर्वरको पर प्रकाश डालते हुए बताया गया की पारम्परिक उर्वरको की तुलना में यह कैसे अधिक उपयोगी,सस्ते एवं आर्थिक व पर्यावरण के दृष्टि से इनकी अनुकूलता अपेक्षाकृत बहुत अधिक है …
कार्यक्रम में परियोजना निदेशक द्वारा प्रगतिशील कृषको व सचिवगण से सीधा संवाद करते हुए नैनो उर्वरको के बारे में फीडबैक लिया तत्पश्चात नैनो उर्वरकों की उपयोगिता के बारे में चर्चा करते हुए उपस्थित सभी लोगो को इफको नैनो यूरिया तरल एवं इफको नैनो डी0ए0पी0 तरल के उपयोग हेतु प्रेरित किया .. नैनो यूरिया के प्रयोग बताते हुए एक बोतल 500ml नैनो यूरिया का प्रयोग 1 एकड़ में 4 ml प्रति लीटर की दर से 125-150 लीटर पानी में किया जाता है, पहला छिड़काव धान्य वर्गीय फसलों में 30 से 35 दिन में एवं गन्ने में 60 से 65 दिन के बाद किया जाता है यह भी बताया गया कि नैनो डीएपी के 5ml प्रति लीटर की दर से धान के पौधे उपचार एवं 20-25 दिन पर 5ml प्रति लीटर के हिसाब से छिड़काव किया जाता है साथ ही साथ अन्य उत्पादों के बारे में भी विस्तृत जानकारी किसानों को प्रदान की गयी।
श्री अमित कुमार जी द्वारा कार्यक्रम में आये हुए समस्त आगंतुकों का धन्यवाद ज्ञापन भी किया गया।