बस्ती 23जुलाई पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में नरसंहार, 140 से अधिक लोगोें की मौत और कांगपोकपी जिले में दो आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने की घटना के विरोध में समाजवादी पार्टी महिला सभा का कैन्डिल मार्च तीसरे दिन रविवार को भी जारी रहा। जिलाध्यक्ष गीता भारती ने प्रदेश नेतृत्व के आवाहन पर महिलाओं ने कैन्डिल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। मांग किया कि दोषियों पर कडी कार्रवाई कर मणिपुर सरकार को बर्खास्त किया जाय। शास्त्री चौक से नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की प्रतिमा तक कैन्डिल मार्च लेकर निकली महिलायें सरकार विरोधी नारे लगाते हुये संत गाडगे प्रतिमा तक पहुंची।
सपा महिला सभा की जिलाध्यक्ष गीता भारती ने कहा कि मणिपुर के सवाल को लेकर लगातार तीन दिनों से कैन्डिल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन जारी है किन्तु जिम्मेदार आंख मूदे हुये हैं और मणिपुर शांत होने के नाम नहीं ले रहा है। यह सरकार पूरी तरह से विफल है। कहा कि मणिपुर बहू बेटियों की अस्मत सुरक्षित नहीं है किन्तु प्रधानमंत्री खामोश हैं। गीता भारती ने माग किया कि मणिपुर को सुलगनेे से बचाया जाय? हिंसा पर विराम लगे और बहू बेटियों की अस्मत से खिलवाड़ करने वालोें को कड़ा दण्ड मिले। कैन्डिल मार्च निकालने वाली महिलाओं में सपा नेत्री गीता भारती के साथ मुख्य रूप से इन्द्रावती शुक्ला, मिथलेश पाण्डेय, शकुन्तला चौरसिया, प्रर्मिला, बबिता, विन्दवासिनी, गुडिया देवी, सावित्री, विन्दा देवी, रेनू, प्रिया के साथ ही सपा महिला मोर्चा की अनेक सदस्य शामिल रहीं।