पांच महायज्ञों से जीवन होगा सुखमय-ओम प्रकाश आर्य

बस्ती – स्वामी दयानन्द विद्यालय सुरतीहट्टा बस्ती में साप्ताहिक यज्ञ के अवसर पर यज्ञ कराते हुए ओम प्रकाश आर्य प्रधान आर्य समाज नई बाजार बस्ती ने बताया कि प्रत्येक विद्यार्थी को नित्य ईश्वर स्तुति, प्रार्थना और उपासना करनी चाहिए इससे उनकी बुद्धि अति तीव्र हो जाती है जिससे कठिन से कठिन विषय भी आसान हो जाते हैं। हम प्रतिदिन मल, मूत्र, स्नान,वस्त्र प्रक्षालन करके जल और वायुमंडल को दूषित करते हैं उस पाप से बचने के यज्ञ ही एकमात्र उपाय है। हमारे ऋषियों ने पांच महायज्ञ करने की प्रेरणा दी है। इससे हमारा जीवन सुखमय बन जाता है। प्रातः उठकर ईश्वर का धन्यवाद करना ब्रह्म्यज्ञ, उत्तम सामग्री को अग्नि में समर्पित करना देवयज्ञ, नमकरहित भोज्य पदार्थों का पशु पक्षियों के लिए भाग निकलना और अग्नि को समर्पित करना बलिवैश्वदेवयज्ञ। माता पिता की अन्न वस्त्र और सेवा से संतुष्ट करना पितृ यज्ञ, और बिना पूर्व सूचना के घर आए हुए की यथोचित सेवा सत्कार करना अतिथि यज्ञ कहलाता है। इस प्रकार जो पूर्ण समर्पण के साथ पंच महायज्ञ करता है तो उसे गृहस्थ आश्रम में ही ईश्वर का साक्षात्कार, अनुभव, आनन्द व मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है। इसलिए हमें हवन द्वारा पंचमहाभूतों की शुद्धि करना चाहिए। कार्यक्रम में मुख्य रूप से आदित्यनारायण गिरि, गरुण ध्वज पाण्डेय, अरविन्द श्रीवास्तव, नितीश कुमार, अनूप कुमार त्रिपाठी, दिनेश मौर्य, अनीशा मिश्रा, शिवांगी गुप्ता, महक मिश्रा, पूजा गौतम, अंशिका पाण्डेय, आकृति द्विवेदी आदि सम्मिलित रहे।