महानिर्वाणी अखाड़े में दो संतों का हुआ पट्टाभिषेक

 महाकुम्भ मेला क्षेत्र में महानिर्वाणी अखाड़े की छावनी में दो संतों स्वामी सदाशिवेंद्रानंद सरस्वती और स्वामी विद्यानंद सरस्वती का महामंडलेश्वर पद पर पट्टाभिषेक हुआ। माहनिर्वाणी पीठाधीश्वर स्वामी विशोकानंद भारती और अटल पीठाधीश्वर स्वामी विद्यानंद सरस्वती ने दोनों संतों को अपना आशीष दिया।
सबसे पहले दोनों संतों को अखाड़े के आचार्य भगवान कपिल मुनि और धर्म ध्वजा के नीचे अभिषिक्त किया गया। इसके बाद चेहरे मोहरे पर बैठाकर संतों ने चादर ओढ़ाकर उन्हें सम्मान दिया। महामंडलेश्वर बनने वाले दोनों संतों के आश्रम नैमि शारण्य में हैं। दोनों गुरु परंपरा से आते हैं और उन्होंने आचार्य की डिग्री प्राप्त की है।
 इस दौरान श्रीपंचायती अखाड़े के महासचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी, श्रीमहंत रमेश गिरि, सचिव श्रीमहंत यमुना पुरी, श्रीमहंत कैलाश गिरि, श्रीमहंत किशन गिरि आदि पंच परमेश्वरों ने संतों को चादर ओढ़ाकर सम्मान दिया।