रामनगरी में एक तरफ तेजी नेशनल व इंटरनेशनल ब्रांड अपना आउटलेट खोल रहे हैं। दूसरी तरफ योगी सरकार यहां के किसानों को भी आगे बढ़ाने का काम कर रही है। मिनी नंदिनी कृषक समृद्धि योजना के तहत दूध डेयरियों की स्थापना कराने के साथ ही किसानों की आय बढ़ाने की तैयारियां तेज हो गई हैं। भव्य राम मंदिर में रामलला के विराजमान होने के बाद प्रदेश की योगी सरकार ने अयोध्या के व्यवसाय को भी नई ऊंचाइयां दी हैं। किसान भी अपनी आय बढ़ा सकें। इसके लिए मिनी नन्दिनी कृषक समृद्धि योजना लागू की गई है। योजना के तहत स्वदेशी गाय पालने पर शासन की ओर से कुल लागत का 50 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा। योजना के तहत पशुपालकों को गिर साहीवाल व थारपरकर नस्ल की गायों को पालकर डेयरी की शुरुआत करनी होगी। 10 गायों के साथ डेयरी उद्योग शुरू करने की लागत 23.60 लाख आएगी। इसकी आधी धनराशि शासन की ओर से अनुदान के रूप में गोपालक को दी जाएगी। योजना के तहत पूर्व में संचालित कामधेनु, माइक्रो कामधेनु अथवा नंद बाबा दुग्ध मिशन के अंतर्गत संचालित नन्दिनी कृषक समृद्धि योजना, मुख्यमंत्री स्वदेशी गो संवर्धन योजना का लाभ लेने वाले किसान इस योजना के लिए पात्र नहीं होंगे। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. शिव मूर्ति प्रसाद ने बताया कि योजना के तहत अब तक 10 आवेदन आ चुके हैं। 30 नवम्बर अंतिम तिथि है।