बस्ती ( दैनिक अनुराग लक्ष्य ) प्राचीन काल से ही सावन के महीने में शिव की आराधना, पूजा, व्रत, उपवास, यज्ञ और योग आदि प्रचलित है। इसका मुख्य कारण है कि हमारे पूर्वज ऋषि मुनि पूर्ण वैज्ञानिक विचारधारा का अनुपालन करते थे। सावन के महीने में विभिन्न प्रकार के रोगों की उत्पत्ति होती है जिसके शमन के लिए उन्होंने शिव आराधना, पूजा, यज्ञ, योग, व्रत और उपवास आदि से जुड़े रहने का पावन संदेश दिया जिसका अनुसरण करके आज तक लोग मन को शुद्ध बुद्ध बनाकर बीमारियों से बच रहे हैं। इसी कड़ी में आर्य समाज नई बाजार बस्ती में आयोजित साप्ताहिक सत्संग में यज्ञ कराते हुए योग शिक्षक गरुण ध्वज पाण्डेय ने कहा कि सावन के महीने में दैनिक अग्निहोत्र और योग करके बीमारियों से बचा जा सकता है। इस अवसर पर उन्होंने साधकों को यज्ञ और संध्याेपासना का महत्व बताते हुए कहा कि संध्या हमारी जीवन पद्धति है। इसका अनुष्ठान कर हम सकारत्मक और लोककल्याणकारक जीवन जीते हुए मोक्ष तक पहुंच सकते हैं। इस अवसर नवल किशोर चौधरी कोषाध्यक्ष भारत स्वाभिमान ट्रस्ट यूनिट बस्ती द्वारा सामूहिक ईश्वर भजन कराया गया। श्रीमती नीलम मिश्रा ने चाणक्य नीति और नीतीश कुमार ने संगठन सूक्त का पाठ किया। इस अवसर उपस्थित लोगों ने व्रत उपवास आदि को समझते हुए उन्हें जीवन में अपनाने का व्रत लिया। ओम प्रकाश आर्य प्रधान आर्य समाज नई बाजार बस्ती ने बताया कि दिनांक 9अगस्त रक्षाबंधन से 16अगस्त जन्माष्टमी तक श्रावणी उपाकर्म एवं वेद प्रचार सप्ताह मनाया जाएगा जिसके अन्तर्गत आस पास के क्षेत्र में यज्ञ, भजन, प्रवचन और उपदेश के कार्यक्रम आयोजित होंगे। कार्यक्रम में मुख्य रूप से शिव श्याम, महिमा आर्य, रिमझिम, राजेश्वरी, विश्वनाथ, गणेश, अरविंद साहू, शेखर, श्रेयांश, पुनीत राज, परी, दृष्टि मोदनवाल, शताक्षी मिश्रा, अश्कृता मिश्रा, रजनीश चौधरी, वंश मोदनवाल, धर्मेंद्र कुमार,साक्षी कुमारी, कृष्णा गौतम सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।