हिजबुल्लाह के खिलाफ इजरायली मिलिट्री ऑपरेशन लगातार जारी है। इजरायली सेना ने दावा किया कि उसने लेबनान में हिजबुल्लाह के कई अंडरग्राउंड कमांड सेंटर पर हवाई हमले किए जिसमें 50 से अधिक आतंकवादी मारे गए।
इजराइल रक्षा बल (आईडीएफ) के प्रवक्ता डैनियल हगारी ने मंगलवार को एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि एयर स्ट्राइक में हिजबुल्लाह के दक्षिणी फ्रंट के दर्जनों भूमिगत कमांड सेंटर को तबाह कर दिया गया। इन सेंटर्स में इजरायल के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व करने वाले कमांडर तैनात थे।
हगारी ने कहा कि हिजबुल्लाह के दक्षिणी फ्रंट और राडवान फोर्सेज के छह सीनियर कमांडर मारे गए। इनमें अली अहमद इस्माइल और अहमद हसन नाजल भी शामिल हैं। इस्माइल बिंट जेबिल इलाके में तोपखाने का कमांडर था। वहीं नाजल, हिजबुल्लाह की स्पेशल कमांडो यूनिट, राडवान फोर्सेज के लिए बिंट जेबिल में अटैक सेक्टर की कमान संभालता था।
आईडीएफ प्रवक्ता ने कहा कि हिजबुल्लाह के दक्षिणी फ्रंट ने साउथ लेबनान में अंडरग्राउंड इंफ्रास्ट्रक्चर और कमांड सेंटर्स का एक व्यापक नेटवर्क बनाया है। इस नेटवर्क का इस्तेमाल जमीनी लड़ाई के दौरान आईडीएफ सैनिकों पर अटैक करने और इजरायल में लोगों पर हमले करने के लिए किया जाता है।
आईडीएफ प्रवक्ता ने कहा कि हवाई हमलों में वह पूरा इलाका शामिल था, जहां हिजबुल्लाह का दक्षिणी फ्रंट, राडवान बलों के साथ मिलकर काम करता है।
कुल मिलाकर, आईडीएफ ने पिछले 24 घंटों के दौरान दक्षिणी लेबनान में 125 से अधिक जगहों पर हमला किया।
इजरायल के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, हिजबुल्लाह ने मंगलवार को सीमा पार 170 से अधिक रॉकेट दागे।
इजरायल का दावा है कि वह लेबनान में हिजबुल्लाह को खत्म करने के लिए सैनिक कार्रवाई कर रहा है। हालांकि यहूदी राष्ट्र के हमलों ने भारी तबाही मचाई है।
वर्तमान में लेबनान में 12 लाख से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं।
लेबनानी अधिकारियों के अनुसार, इजरायली हमलों की शुरुआत के बाद से मरने वालों की कुल संख्या 2,100 से अधिक हो गई है, जबकि 10,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं।