दुबौलिया में चांदपुर-कटरिया तटबंध का निरीक्षण करते एसडीएम गुलाब चन्द्र

आठ स्थानों पर करीब 35 करोड़ से स्पर व कटान रोकने का कार्य

-बाढ़ आई तो 400 से अधिक गांव आएंगे चपेट में, बोरियां व स्पर भी डूब जाएंगे 

-16 बाढ़ चौकियां तैयार, कंट्रोल रूम चालू

बस्ती । हर साल हर्रैया व सदर तहसील के करीब चार सौ गांवों में आने वाली सरयू की बाढ़ को लेकर फिर एक बार जिले का दक्षिणांचल इलाका सहम गया है। बीते पांच दिनों में सरयू का जलस्तर 5.109 सेंटीमीटर बढ़ने के बाद प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। मौजूदा समय में आठ स्थानों पर करीब 35 करोड़ से स्पर व कटान रोकने का कार्य अंतिम चरण में है मगर ये काम अगर पूरे हो जाते तो गनीमत रहेगी। ग्रामीणों की मानें तो अगर बाढ़ आई तो 400 से अधिक गांव चपेट में आएंगे और बोरियां व स्पर भी डूब जाएंगे। जून माह के आखिरी दिन हुई जबरदस्त बरसात से सरयू का जलस्तर बढ़ने लगा है। केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक पांच दिन पूर्व 27 जून को जलस्तर जब 78.531 सेमी पर था। बीते 29 जून को ही सरयू का जलस्तर 78.681 था जो 30 जून को अचानक बढ़कर 78.731 पर पहुंच गया। हालांकि अभी जल स्तर खतरे के निशान 83.640 से नीचे है। लेकिन इस बार जून में ही तटबंधों के पास सरयू नदी कटान करने लगी है। ऐसे में अगर अधिक बरसात हुई या नेपाल से पानी छोड़ा गया तो आगे बड़ी मुसीबत खड़ी हो जाएगी। ग्रामीणों के अनुसार हर साल जुलाई व अगस्त माह में बाढ़ का खतरा सामने आता है। 300 से लेकर 400 गांव इसकी चपेट में आते हैं। एडीएम कमलेश बाजपेयी ने बताया कि सरयू के जलस्तर पर प्रशासन की पूरी नजर है। बाढ़ चौकियां बनाने व तटबंधों के मरम्मत कार्य तेज करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि संभावित बाढ़ से निपटने को लेकर प्रशासन स्थानीय स्तर पर तेजी से तैयारी में जुटा है। 

पांच दिन में यूं बढ़ा जलस्तर 

26 जून 78. 441

27 जून- 78.531 

28 जून- 78.641 

29 जून- 78.681 

30 जून- 78.731 

 

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