अनुराग लक्ष्य, 17 जून
सलीम बस्तवी अज़ीज़ी
मुम्बई संवाददाता ।
ईदुल अज़हा का तेव्हार आज पूरे देश में पूरे जोश ओ खरोश के साथ मनाया जा रहा है। हर साल यह तेव्हार एक बाप और बेटे की बेमिसाल कुर्बानी की याद दिलाता है। जिसे मुसलमान बड़ी ही अकीदत और मुहब्बत के साथ मनाते हैं।
अल्लाह की राह में हजरत ए इब्राहीम अलै हिस्सलाम ने अपने बेटे हजरत ए इब्राहीम अलै हिस्सालम की कुर्बानी को अल्लाह रब्बुल इज्ज़त ने इतना पसंद फरमाया, जो आज तक दुनिया के लिए एक बाप और बेटे की मुहब्बत का परतीक बन गया।
आज पूरे देश के साथ आर्थिक नगरी मुंबई में भी तमाम मस्जिदों में सुबह 6,30 बजे से ईदुल अज़हा की नमाज़ का जो दौर शुरू हुआ तो 10 बजे तक मुंबई की तमाम मस्जिदों में अदा होती रही।
समाचार लिखे जाने तक गोवंडी के देवनार मंडी में कुर्बानी का दौर शुरू हो चुका है। जो लगातार तीन दिनों तक चलता रहेगा। इस अवसर पर मुस्लिम समुदाय ने अपनी अकीदत को पेश करने के लिए मंहगे से मंहगे बकरों की खरीद फरोख्त करते नज़र आए।जो उनकी खुशी के इज़हार को दर्शाता है। इसलिए यह कहा जा सकता है, कि
,, आई है ईद दिल में उमंगे लिए हुए
खुशियों की मीठी मीठी तरंगें लिए हुए
चाहत की डोर थामे चलो आसमां में हम
उड़ जाएं उल्फतों की पतंगें लिए हुए,,