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अनुराग लक्ष्य,11 मई
सलीम बस्तवी अज़ीज़ी,
मुम्बई संवाददाता ।
उफ, येह मुंबई की गर्मी अब जानलेवा साबित होती जा रही है। तापमान दिनो दिन बढ़ता ही जा रहा है। दोपहर में सड़कें सूनी होती जा रही है। तापमान भी 40 डिग्री के पास पहुंच रहा है, जिससे हर ख़ास ओ आम बेहाल और परेशान दिखाई दे रहा है। उसपर चुनाव का यह समय और भी माहौल को चिड़चिड़ा बनाता जा रहा है।
चुनाव से संबंधित लोग इस कड़ी धूप और चिलचिलाती गर्मी में अपने दाइत्व को ठीक तरह से अंजाम देने में अपने आपको असमर्थ पा रहे हैं। ऐसे आलम में मैं Saleem Bastavi Azizi यह कहने के लिए बाध्य हूं कि,
,,, कभी तेरा कभी मेरा यह जिगर जलता है
जिस तरफ देखिए यह पूरा शहर जलता है
अबकि सावन में भी झूले न पड़ेंगे शायद
प्यार ओ जज़्बात का हर एक शजर जलता है ,,,,
आपको बताते चलें कि महाराष्ट्र में भीषण गर्मी और उमस से जनता बेहाल हो रही है। और आने मानसून का अभी दूर दूर तक कोई नाम ओ निशान नहीं है।
पिछले साल कुछ हिस्सों को छोड़ कर राज्य में पर्यात बारिश न होने के कारण जलसंकट की भी समस्या खड़ी हो गई है। मौसम विभाग के मुताबिक मानसून के आने की दस्तक शायद अब सुनने को मिल सकती है। क्योंकि उनका मानना है कि इस बार अंडमान में मानसून 22 मई तक पहुंच सकता है, जिसके कारण यह बताया जा रहा है कि 10 से 15 जून तक बारिश हो सकती है।