जी भर जीना है मुझे
पूरी दुनिया से मिलना है।
मगर ये इक जिंदगी थोड़ी है
तुम समझ रहे हो ना?
कमाया होगा तुमने थोक में पैसा ठीक है।
मैने तो एक एक अठन्नी जोड़ी है तुम समझ रहे हो ना?
तुमसे छूट न सका अब तक तुम्हारा ही मोह।
गांव की इक इक गली छोड़ी है तुम समझ रहे हो ना?
मिल गई होगी तुम्हे मुहब्बत किसी बाजार में सस्ते भाव।
मैने प्रेम लगाया, सींचा फिर उसकी महक खुद तक मोड़ी है।
तुम समझ रहे हो ना?
रास्ते आसान नहीं थे
इस बदलते एहसास के शहर में मुश्किलों की सिलन बड़ी मुश्किल से तोड़ी है तुम समझ रहे हो ना?