पद्मश्री डा. विद्या बिंदू सिंह का आशीर्वाद मिलना सुखद अनुभूति
इन्दौर :: मध्यप्रदेश के इंदौर की सुप्रसिद्ध कवयित्री शीतल शैलेन्द्र “देवयानी” को हिंदी दिवस पर २८.०५.२०२३ को राम वाटिका दिगंबर अखाड़ा अयोध्या में माँ कमला परा विद्या शोध संस्थान (रजि.) द्वारा आयोजित ‘मतंग के राम’ अ. भा. कवि सम्मेलन, पुस्तक विमोचन एवं सम्मान समारोह में उत्कृष्ट और अनूठी काव्य प्रस्तुति हेतु “श्रीराम भक्त”सम्मान से सम्मानित किया गया है।
अपनी मधुर आवाज और राम मय गीत ” जिस दिन हुआ प्रभु राम का अवध आगमन ” प्रस्तुत कर हर किसी को तालियां बजाकर उत्साहित होने, मंत्रमुग्ध होने को बाध्य कर दिया।
“दीप ज्योति से पावन
घर आँगन
जिस दिन हुआ
प्रभु राम का अवध आगमन “
मुख्य अतिथि “मर्यादा पुरुषोत्तम श्री सीताराम जी” और अन्य गणमान्य आमंत्रित अतिथियों की गरिमामय उपस्थिति में आयोजन में उत्तर प्रदेश के अलावा महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तराखंड, गुजरात, मध्यप्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, राजस्थानआदि राज्यों से वरिष्ठ/कनिष्ठ/नवोदित लगभग सौ से अधिक कवियों, कवयित्रियों ने उत्साह के साथ श्री सीताराम जी पर केंद्रित अपनी अपनी काव्य आहुति देकर प्रभु का गुणगान किया।
अपनी मधुर वाणी और गरिमामय व्यक्तित्व की धनी शीतल “देवयानी ” ने जहां अपने सरल व्यक्तित्व और गरिमामय उपस्थिति से आए हुए सभी साहित्यकारों/श्रोताओं का दिल जीत लिया। वहीं उनकी वाणी ने हाॅल में उपस्थित सभी जनों को सम्मोहित कर झूमने पर मजबूर कर दिया।
आयोजन में विशेष रूप से शामिल होने आईं पद्मश्री डा. विद्या बिंदू सिंह का आशीर्वाद मिलना उनकी सुखद अनुभूति रही।
अनेक साहित्यिक, सामाजिक संगठनों, कवियों, साहित्यकारों, प्रबुद्धजनों ने शीतल शैलेन्द्र “देवयानी “को “श्री राम भक्त सम्मान” प्राप्त होने पर बधाइयाँ और शुभकामनाएं देते हुए प्रसन्नता व्यक्त की और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।