🦚🦚 ओ३म् 🦚🦚
🌻🌻 देश-देव – धर्म 🌻🌻
संसार में किसी भी मानव का जीवन इन तीनों से श्रेष्ठ नहीं होता। आइए इन तीनों पर कुछ चिंतन करते हैं।
🍁🍁 देश 🍁🍁
देश पृथ्वी का वह भाग है जिसमें हम समस्त देशवासी रहते हैं। इसमें मनुष्य अन्न,धन, वस्त्र, आवास,शिक्षा, सुरक्षा एक दूसरे से लेते हैं या देते हैं।यह एक समष्टि यज्ञ है। इसमें हर मानव को आहुति देकर अपनी देश भक्ति को प्रमाणित करना होता है।जब भी देश की अखंडता व प्रभुता पर खतरा होता है उस समय हमारा नैतिक कर्तव्य बनता है कि हम अपने परिवार के मोह में न फंसे देश को प्रथम प्राथमिकता दें। देश रहेगा तो परिवार भी रहेगा। इसलिए जब भी हमें अपने देश के लिए समय दान, द्रब्य दान, बलिदान का अवसर मिले उसमें प्रमाद नहीं करना चाहिए।
🍁🍁 देव 🍁🍁
देव यानि परमात्मा।जिस ईश्वर ने हमें शरीर,मन, बुद्धि, जैंसे उपकरण के साथ 🧘 योग व भोग 🍁 हेतु विशाल ब्रह्माण्ड दिया उसके प्रति कृतज्ञ होना ही देवत्व है।
नाथ सकल संपदा तुम्हारी।
मैं सेवक समेत सुत नारी।।
हमें प्रतिदिन ईश्वर उपासना। अग्निहोत्र। माता पिता की सेवा। अतिथि सत्कार। बलिवैश्वदेव यज्ञ करके देव के प्रति कृतकृत्य होना चाहिए।जो ऐसा नहीं करता वो कृतघ्न कहलाता है।
🍁🍁 धर्म 🍁🍁
जीवन जीने की वो श्रेष्ठ कला जिससे मानवता जाग जाती है उसी को धर्म कहते हैं। आहार, निद्रा,भय व मैथुन तो पशु भी करते हैं और मनुष्य से अच्छा करते हैं। परंतु धर्म तो केवल मनुष्य कर सकता है। संस्कार, संस्कार, सभ्यता धर्म के आयाम हैं।
किसी के कम जो आये, उसे इंसान कहते हैं।
पराया दर्द अपनाएं उसे इंसान कहते हैं।।
धर्म का यह ज्ञान थोड़ा बहुत तो सामान्य लोगों को होता है। मगर इसमें दक्षता तभी आती है जब हम📙 सत्य सनातन वैदिक धर्म 📙 से परिचित होते हैं। सबकी उन्नति में अपनी उन्नति समझना व उसे आचरण में लाना ही धर्म की पराकाष्ठा है।
इसी 🪷 देश -देव-धर्म 🪷 को संपूर्ण विश्व में प्रचारित -प्रसारित करने के लिए महर्षि दयानंद सरस्वती जी ने अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया था। दिनांक १२ फरवरी को उनकी 🌴 द्वि-जन्म शताब्दी समारोह 🌴 समारोह संपूर्ण विश्व में मनाई जा रही है उसी की एक इकाई जनपद बस्ती में भी ४/२/२०२४ में सुनिश्चित है। जिसमें समस्त जनपद बस्ती के कर्मठ समर्पित आर्य जन पधार रहे हैं।
🟣 कार्यक्रम विवरण 🟣
🔥 दैनिक अग्निहोत्र 🔥
प्रातः काल ठीक १० बजे
👪 प्रतिष्ठित यजमान 👪
(१) श्रीमती उमा श्रीवास्तव
एवं
श्रीयुत सत्येन्द्र जी
🕉️ ईश्वर भक्ति का भजन 🕉️
आदरणीय सत्येंद्र जी
भजनोपदेशक बस्ती
प्रातः १०.३०-१०.४५
🕉️ सूक्ष्म जलपान 🕉️
१०.४५ से ११ बजे तक
🕉️ आर्य विचार संगोष्ठी 🕉️
प्रातः ११ बजे से १२.४५
🌲 स्वर्णजयंतीप्रीतिभोज 🌲
अपराह्न एक बजे
🌸🌸 विशेष दृष्टब्य 🌸🌸
सभी आर्य पुरुषों से निवेदन है कि आप ठीक समय पर अपनी उपस्थिति देकर हमें भी
गौरवान्वित कीजिएगा।
आचार्य सुरेश जोशी
🌼 वैदिक प्रवक्ता 🌼
गोरखपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस
गाड़ी संख्या 122532
कोच संख्या – सी/2/49
समय सायंकाल 6- बजे।
रेलवे स्टेशन करनैलगंज
🏵️ ओ३म् स्वस्ति 🏵️