अयोध्या। श्रीपद्मावती सेवा ट्रस्ट कृष्णगिरी, तमिलनाडु के तत्वाधान में हनुमानबाग वासुदेवघाट प्रांगण में श्रीराम राज्याभिषेक महाकथा का दिव्य शुभारंभ किया गया। साेमवार काे सायंकाल अयोध्या महापाैर महंत गिरीशपति त्रिपाठी एवं रामनगरी के विशिष्ट संत-महंतों ने दीप प्रज्वलन कर श्रीराम राज्याभिषेक संगीतमय महाकथा का उद्घाटन किया था। श्रीपद्मावती सेवा ट्रस्ट कृष्णगिरी तमिलनाडु द्वारा पधारे हुए संत-महंताें समेत सभी अतिथियों का माल्यार्पण व अंगवस्त्र ओढ़ाकर स्वागत-सम्मान किया गया। अयाेध्या महापाैर गिरीशपति त्रिपाठी ने कहा कि अयोध्याधाम में भगवान श्रीराम के राज्याभिषेक की दिव्य कथा प्रारंभ हुई है। जाे हम सभी रामभक्तों के लिए खुशी का पल है। सब लाेग महाकथा का श्रवण कर अपना जीवन कृतार्थ करें। सिद्धपीठ हनुमानबाग के महंत जगदीश दास महाराज ने कहा कि अवधधाम में कथा का श्रवण करने से अपार पुण्य की प्राप्ति हाेती है। अयोध्या माेक्षदायिनी नगरी है, जिसे सप्तपुरियाें का मस्तक कहा गया है। बड़ाभक्तमाल के महंत स्वामी अवधेश कुमार दास ने कहा कि यह पावन नगरी अयोध्याधाम है। जहां प्रभु श्रीराम ने अवतार लेकर सबका कल्याण किया। पूरी दुनिया काे मानवता का पाठ पढ़ाया। राष्ट्रीय संत व कृष्णगिरी पीठाधीश्वर वसंत विजय महाराज ने व्यासपीठ से भक्तगणाें काे द्वितीय दिवस की कथा का श्रवण कराते हुए कहा कि अयाेध्या सप्तपुरियाें में सर्वश्रेष्ठ नगरी है। भगवान की कथा मंगलकारी और लाेगाें काे तारने वाली है। उन्होंने बताया कि दीपावली महापर्व के उपलक्ष्य में दस दिवसीय श्रीराम राज्याभिषेक संगीतमय महाकथा हनुमानबाग प्रांगण में चली । और आज कथा का समापन हुआ । अनुष्ठान के क्रम में पांच लाख महालक्ष्मी मंत्र जाप, कुमकुम अर्चन पूजा एवं 50 हजार यज्ञ आहुति का कार्यक्रम किया गया । आज समापन के दिन सुबह 10 बजे से दाेपहार 1 बजे तक कुमकुम पूजा व यज्ञ कार्यक्रम। 10 दिनाें के इस धार्मिक अनुष्ठान में 5 लाख महालक्ष्मी मंत्र का जाप और यज्ञ में 50 हजार आहुतियां पड़ेंगी। प्रतिदिन शाम 7 बजे से रात 10 बजे तक अतिविशेष महायज्ञ प्रारंभ है। प्रभु श्रीराम व श्रीकृष्ण के जीवन पर विराट चलचित्र प्रदर्शनी भी है। मध्यांह 12 बजे से सायं 5 बजे तक प्रतिदिन विशाल अन्नक्षेत्र चल रहा है। इस कार्यक्रम में देश के 20 राज्यों से तीन साै लाेग सम्मिलित हुए हैं। इस माैके पर संत राजूदास, राजेश महराज, डॉ. देवेश दास, सुनील दास, आचार्य नारायण मिश्र रोहित शास्त्री, नितेश शास्त्री मेहंदीपुर बालाजी महंत कमिश्नर अयोध्या सहित हजारों भक्त शामिल और माैजूद रहे।