अयाेध्य 5 साै वर्षाें के लंबे इंतजार बाद रामलला अपने भवन में विराजमान हाेने जा रहे हैं। श्रीरामजन्मभूमि के लिए महंत दिग्विजय नाथ, गुरू अवैद्यनाथ, परमहंस रामचंद्र, अशाेक सिंहल समेत न जानें कितने रामभक्ताें ने अपना जीवन न्याैछावर कर दिया। लंबी लड़ाइयां लड़ी और संघर्ष किया। भव्य राममंदिर निर्माण के साथ उनका सपना साकार हाेने जा रहा है। भगवान रामलला का भव्य मंदिर निर्माण व विराजमान हाेना। रामराज्य की परिकल्पना काे मजबूत करना है। उक्त बातें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नयाघाट स्थित रामकथा पार्क में आयाेजित एक सभा में कही। याेगी शनिवार को सप्तम दीपाेत्सव के अवसर पर अयाेध्या में थे। इस माैके पर पूरी अयाेध्यानगरी काे दुल्हन की तरह सजाया गया था। उन्होंने कहा कि 2017 में जब अयोध्या का दीपाेत्सव शुरू हुआ था। ताे सबका उत्साह ऐसे लगता था कि जैसे हर व्यक्ति की एक ही तमन्ना थी। एक ही नारा गूंजता था- याेगी जी एक काम कराे और मंदिर का निर्माण कराे। अब वही उत्साह की घड़ी उत्तर प्रदेश वासियों के लिए आ चुकी है। हम सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण काे बनते हुए देख रहे हैं। 22 जनवरी को प्रधानमंत्री के स्वागत की तैयारी में अयाेध्यावासी जुट जाएं। क्याेंकि जब प्रधानमंत्री रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा में यहां आएं। ताे सब लाेग मिलकर उनका स्वागत करें। जाे ऐतिहासिक बन जाए। याेगी ने कहा कि भाजपा के डबल इंजन की सरकार के सहयोग से अयाेध्या में 30 हजार 5 साै कराेड़ राशि की कुल 178 समग्र विकास की परियाेजनाएं चल रही हैं। तेजी के साथ यहां पर कार्य चल रहा। अयोध्या एक नये युग की तरफ जा रही है। पूरी दुनिया जहां अयोध्या की तरफ आकर्षित हाे रही है। वहीं श्रीरामजन्मभूमि पर रामलला का दिव्य-भव्य मंदिर बन रहा है। जब तक रामलला अपने नव्य मंदिर में विराजमान हाेंगे। तब तक अयोध्या में 50 हजार कराेड़ की परियाेजना मूर्त रूप लेते दिखेगी। अयोध्या काे उसका गाैरव प्रदान करने के लिए राज्याभिषेक व दीपाेत्सव का कार्यक्रम है। हजारों वर्ष पहले भगवान श्री राम पुष्पक विमान से अयाेध्या आए थे। उसे सजीव बनाने के लिए प्रतिवर्ष दीपाेत्सव पर भगवान राम हेलीकाप्टर से यहां आते हैं और भरत मिलन एवं राज्याभिषेक का कार्यक्रम संपन्न हाेता है। दुनिया के साै से अधिक देशों में अयाेध्या के दीपाेत्सव का कार्यक्रम लाइव दिखाया जा रहा है। दीपाेत्सव कार्यक्रम पीएम के एक भारत, श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना काे साकार कर रहा है। अयाेध्याधाम की महिमा को प्रभु ने अपने मुख से गाया है। इसकाे दुनिया की सुंदरतम नगरी बनाना है, जिसकाे बनाने में सभी की जिम्मेदारी बनती है। अयोध्या पहले उपेक्षित थी। लेकिन अब उपेक्षित नही है। डबल इंजन की सरकार श्रीराम काे आदर्श एवं आराध्य मानकर काम कर रही है। दीपाेत्सव का आयाेजन हर तबके काे जाेड़ने का है। अयाेध्या विश्व की सुंदरतम नगरी के रूप में स्थापित हाेगी। सीएम ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने सबका साथ सबका विकास की तर्ज पर काम किया है। लाेगाें काे आवास-शाैचालय, फ्री राशन, स्वास्थ्य बीमा, उज्जवल गैस सिलेंडर आदि उपलब्ध कराया गया। उसमें किसी भी प्रकार का भेदभाव नही हुआ। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि दीपाेत्सव कार्यक्रम पूरे विश्व में अयोध्या काे प्रतिष्ठित कर रहा है। यहां के कण-कण में श्रीराम बसे हैं। राम-रामायण भारतीय संस्कृति की अमूल्य धरोहर है। भारत के बाहर भी दुनिया के कई देशों में रामलीला की परंपरा आज भी कायम है। इससे पहले राज्यपाल आनंदीबेन पटेल एवं सीएम योगी आदित्यनाथ ने रामकथा पार्क के सामने रामायण कालीन प्रसंगाें पर आधारित झांकियों का अवलोकन किया। झांकियाें काे पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने साकेत महाविद्यालय प्रांगण में हरा झंडा दिखाकर रवाना किया था। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने पुष्पक विमान से उतरे राम, सीता और लक्ष्मण की अगवानी किया। उसके बाद तिलक, आरती कर श्रीराम का राज्याभिषेक किया गया। इस माैके पर हेलीकाप्टर से पुष्पवर्षा भी की गई। सायंकाल सरयू पूजन एवं आरती के बाद मुख्यमंत्री ने पहला दीपक जलाया। रामपैड़ी के 51 घाटाें पर कुल 24 लाख दिए जलाए गए। जाे अपने आप में एक कीर्तिमान रहा और विश्व रिकार्ड बना। उसके बाद रामायण के रामायण के प्रसंगाें पर लेजर शाे हुआ। सरयू नदी उस पार आतिशबाजी की गई। कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किए गए। 50 देशों से पधारे राजनायिक भी इस दिव्य दीपाेत्सव के साक्षी बने। इस अवसर पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, कैबिनेट मंत्रीगणाें में जयवीर सिंह, सूर्यप्रताप शाही, राकेश सचान व सतीश शर्मा, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अध्यक्ष एवं मणिरामदास छावनी पीठाधीश्वर महंत नृत्यगाेपाल दास, विहिप संरक्षक दिनेश जी, पूर्व सांसद रामविलास दास वेदांती, सांसद लल्लू सिंह, नगर विधायक वेदप्रकाश गुप्ता, अयोध्या महापाैर गिरीशपति त्रिपाठी, रूदाैली विधायक रामचंद्र यादव, बीकापुर विधायक अमित सिंह चौहान, जिला पंचायत अध्यक्ष राेली सिंह, जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह टिल्लू, दिगंबर अखाड़ा महंत महंत सुरेश दास, लक्ष्मणकिलाधीश महंत मैथिलीरमण शरण, काेसलेस सदन के जगद्गुरू वासुदेवाचार्य, अशर्फी भवन के जगद्गुरु स्वामी श्रीधराचार्य, सुग्रीवकिला के जगद्गुरु स्वामी विश्वेश प्रपन्नाचार्य, ताेताद्रिमठ के जगद्गुरु स्वामी अनंताचार्य, श्रीरामवल्लभाकुंज अधिकारी राजकुमार दास, जगतगुरु स्वामी राघवाचार्य, जगतगुरू स्वामी रामदिनेशाचार्य, रंगमहल पीठाधीश्वर महंत रामशरण दास, रसिक पीठाधीश्वर महंत जन्मेजय शरण, बड़ाभक्तमाल महंत स्वामी अवधेश कुमार दास, श्रीमहंत धर्मदास हनुमानगढ़ी, उदासीन आश्रम महंत भरत दास, बावन मंदिर के महंत वैदेहीवल्लभ शरण, सियाराम किला महंत करूणानिधान शरण, नाका हनुमानगढ़ी महंत रामदास, रामहर्षण कुंज महंत अयोध्या दास, मंगलभवन महंत रामभूषण दास कृपालु, महंत मिथिलेश नंदिनी शरण, महंत विवेक आचारी, महंत अवधकिशाेर शरण, महंत रामलाेचन शरण, संत राजूदास, तुलसीदास छावनी महंत जनार्दन दास, महंत रामकुमार दास, महंत गिरीश दास, पत्थर मंदिर महंत मनीष दास, रामकचेहरी महंत शशिकांत दास, महामंडलेश्वर महंत रामजी शरण, श्रीरामाश्रम महंत जयराम दास, महंत राजीवलाेचन शरण, रामायणी रामकृष्ण दास, महंत सियाराम शरण, महंत सीताराम दास महात्यागी, महंत कमलादास रामायणी आदि उपस्थित रहे।