बस्ती। जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन राजेन्द्रनाथ तिवारी की प्रतिभा को देखते हुए राज्यपाल ने इन्हें वह सम्मान दिया है, जिसे पाने के लिए प्रदेश भर के चेयरमैन तरसते रहते हैं। राज्य के अनुमोदन के बाद प्रमुख सचिव सहकारिता बीएल मीणा ने इन्हें बैंकों के सचिवों और डीजीएम से ऊपर वाले केंद्रीयित सेवा के अधिकारियों की नियुक्ति, अनुशासनात्मक, डिमोशन और प्रमोशन की कार्यवाही करेगा। इन्हें पोस्टिंग की पॉलिसी बनाने वाली टीम में भी रखा गया है। इन्हें बैंकों के सचिवांे के कार्यों की समीक्षा करने का भी अधिकार है। इनकी इस उपलब्धि पर जिले भर के लोगों ने बधाई दी है, और कहा है कि राजेन्द्र नाथ तिवारी के इस सम्मान के लिए बस्ती के लोगों को गर्व महसूस करना चाहिए। वैसे भी जबसे इन्होंने बैंक की बागडोर संभाली हैं, तब से बैंक दिन-प्रति दिन तरक्की की ओर बढ़ रहा है। जिस बैंक और उसकी शाखाओं में उपभोक्ताओं का पैसा नहीं मिलता था, अब उन्हें मिलने लगा। खाताधारकों की संख्या बढ़ना इस बात का सबूत है कि लोगों का विश्वास इस बैंक के प्रति बढ़ रहा है। जिस बैंक ने कभी मुनाफा नहीं कमाया वह बैंक मुनाफा कमाने लगा। कहना गलत नहीं होगा कि इनके कार्यकाल में बैंक का कायाकल्प हो रहा है। अगर इस बैंक को स्वीकृति पद के सापेक्ष कर्मचारी मिल जाए तो यह बैंक भी राष्ट्रीयकृृत बैंकों की श्रेणी में आ सकता है। राजेन्द्र नाथ तिवारी के साथ हरदोई के चेयरमैन अशोक सिंह को पैनल में शामिल किया गया है। प्रमुख सचिव के साथ बैठकर अगर किसी चेयरमैन को अधिकारियों के कार्यों की समीक्षा करने और उनके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई करने का अधिकार मिलता है तो इससे बड़ा सम्मान और क्या हो सकता है।