अनुराग लक्ष्य, 11 अक्टूबर
सलीम बस्तवी अज़ीज़ी,
मुंबई संवाददाता ।
बुजुर्गों का कहना है कि जब किसी चीज़ पर किसी की बुरी नज़र लग जाती है तो उसका बेड़ा गर्क होने लगता है। साथ ही उसके पतन के रास्ते भी हमवार होने लगते हैं।
इस वक्त धारावी की जनता तो यही कह रही है कि धारावी पर अदानी की बुरी नजरी पड़ गई है। जिसे बचाने के लिए आए दिन धरने और प्रदर्शन के क्रम जारी हैं। मिली जानकारी के अनुसार 12 अक्टूबर दोपहर एक बजे बांद्रा में फिर एक बार विरोध प्रदर्शन और विशाल मोर्चा की तैयारी हो चुकी है, और एक जनसैलाब इस विशाल मोर्चा में उमड़ने को तैयार हो चुका है।
अच्छी खबर यह है कि इस धारावी बचाओ आंदोलन को सफल बनाने के लिए एक तरफ जहां समाजिक संघटन आगे आ रहे हैं वहीं दूसरी तरफ तमाम राजनैतिक दलों ने भी अपनी अपनी सहभागिता दर्ज कराने को आतुर हैं। जिनमें परमुख रूप से शिवसेना, राष्ट्र वादी कांग्रेस पार्टी, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया /आठवले/, शेतकारी कामगार पक्ष, मार्क्सवादी कामयूनिष्ट पार्टी पक्ष, भारतीय कामयूनिष्ट पक्ष, जनता दल सेकुलर, आज़ाद समाज पार्टी, सर्व समाज जानता पार्टी, धारावी भाड़ेकरू महा संघ जैसी राजनैतिक दलों द्वारा विशाल मोर्चा को सफल बनाने के लिए बारह अक्टूबर दोपहर एक बजे बांद्रा के डी आर पी ऑफिस पहुंचने की जनता से अपील कर रहे हैं।
आने वाला समय धारावी के अस्तित्व को कितना बचा पाएगा, निश्चित रूप से यह आंदोलन कुछ न कुछ तो ज़रूर तय करेगा जो अभी भविष्य के गर्त में डूबा नज़र आ रहा है। फिर भी धरावी की जनता अपने पूरे जोश ओ जुनून के साथ इस विशाल मोर्चे को सफल बनाने में लगी है