अनुराग लक्ष्य, 20 सितंबर ।
सलीम बस्तवी अज़ीज़ी,
मुम्बई संवाददाता ।
कौन कहता है कि इस देश में एकता भाईचारगी खत्म हो गई है। मेरा मानना है कि जब तक अधर्म पर धर्म की जीत होती रहेगी, दिलों से प्रेम और सदभाव कभी खत्म नहीं हो सकता।
अगर एक तरफ मस्जिदों और मुहल्लों में ईद मीलादुन नबी की महफिलें और जलसे हो रहे हैं, तो दूसरी तरफ गडेशोत्सव के गाजे बाजे और नगाड़ों की धूम चारों तरफ दिखाई पड़ रही है।
गणेश मूर्तियां अपने पांडालों में स्थापित हो चुकी हैं, पूजा अर्चना और संख की ध्वनियों से वातावारड़ भक्तिमय हो चुका है।
सड़कों और मुहल्ले से लेकर बाज़ारों की रौनक देखने को मिल रही है। इसमें कोई शक नहीं जब दो तेव्हार एक साथ पड़ते हैं तो अराजक तत्व अपने मंसूबों में कामयाब होने की योजना में जुट जाते हैं। लेकिन काबिल ए तारीफ है मुंबई की आवाम, जहां हिंदू और मुस्लिम एक दूसरे के तेव्हार में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं और अराजक तत्वों को उनके मंसूबों पर पानी फेर देते हैं।
मुंबई की ऐसी खूबसूरत आवाम को सलीम बस्तवी अज़ीज़ी का सलाम।