अनुराग लक्ष्य, 5 सितंबर
सलीम बस्तवी अज़ीज़ी,
मुंबई संवाददाता ।
इसमें कोई संदेह नहीं कि महाराष्ट्र के सियासी गलियारों में आए दिन किसी न किसी मुद्दे पर सरगर्मियां तेज़ हो जाती हैं। पार्टी कोई भी हो, सबकी अपनी अपनी सियासी जमीन है, अपने अपने मुद्दे हैं और अपनी अपनी माननेयताएं हैं। साथ ही अपनी पार्टी की भलाई और साख की हमेशा बात होती रहती है।
अभी हाल में ही स्टालिन के बेटे ने सनातन धर्म पर जो टिप्पणी की, उस का जवाब देते हुए भारतीय जनता पार्टी के पर्देश अध्यक्ष श्री चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि सनातन धर्म की परंपरा से कौन इनकार कर सकता है। यह धर्म हज़ारों साल पुराना धर्म है। पूरी दुनिया में इसे माना जाता है और पहचाना जाता है जिसकी महत्ता से हम और आप इनकार नहीं कर सकते।
खेद का विषय है की लोग अपने निजी सोवार्थ और वोटों की राजनीति के लिए कैसे इतने नीचे गिर जाते हैं। उन्होंने आगे कहा कि जो लोग स्टालिन के साथ खड़े दिख रहे हैं वोह अपनी प्रतिक्रिया क्यों नहीं व्यक्त कर रहे हैं। मेरा उनसे यही कहना है की वोह जवाब दें, स्टालिन की तरफ से सनातन धर्म पर की गई टिप्पणी केया उचित थी, और अगर वोह ऐसा नहीं कर सकते तो यह सनातन धर्म का अपमान होगा।