संवाददाता अनुराग उपाध्याय।
बिहार/प्रतापगढ़
हिंदुओं की आस्था के पवित्र श्रावण मास में सैकड़ों वर्ष पुराने बिहारेश्वर नाथ धाम में मंगलवार को शिवभक्तों का हुजूम जलाभिषेक करने को उमड़ पड़ा और हजारों की संख्या में शिवभक्तों ने जलाभिषेक किया।और बताते चलें कि बाघराय थाना क्षेत्र के रामदासपट्टी में स्थिति भगवान शिव का एक प्राचीन मंदिर हिन्दू नगर में स्थित हैं, जहां पर आस पास के कई क्षेत्र के दर्जन भर गांवों के लोग जलाभिषेक करने का कार्य नागपंचमी के दूसरे दिन करते हैं।वही बीच में कोरोना महामारी की वजह से दो साल तक जलाभिषेक का कार्यक्रम बाधित रहा और महामारी के बाद पुनः जलाभिषेक का कार्यक्रम सुचारू रूप से कड़ी सुरक्षा के बीच सम्पन्न हुआ।भगवान शिव को जलाभिषेक करने के लिए हजारों की संख्या में शिवभक्त मंगलवार की सुबह से ही डीजे की भक्ति धुन पर थिरकते हुए श्रृंगवेरपुर धाम से जल भरने के लिए निकल गए और श्रृंगवेरपुर धाम से जलाभिषेक करने के लिए जल भरकर शिवभक्तों का हुजूम शाम को चार बजे बिहार बाज़ार पहुँचा।और बिहार पहुंचने से पहले शिवभक्तों के साथ मौजूद झांकियों ने प्रयागराज के लालगोपालगंज बाज़ार में अपनी कला का प्रदर्शन किया।और डेढ़ दर्जन के करीब डीजे व हजारों की संख्या में शिवभक्तों के साथ यात्रा जब बिहार बाज़ार पहुंची तो वह नज़ारा देखने लायक था। आगे शिवभक्त बीच में डीजे पीछे शिवभक्त जय श्री राम,हर हर महादेव के नारों पर झूमते नजर आए,और प्रयागराज से झांकियों के कलाकारों ने शिवभक्तों का खूब मनमोहा।जिससे हजारों की संख्या में शिवभक्तों ने देर शाम करीब सात बजे जलाभिषेक किया।जलाभिषेक के दौरान एसडीएम कुंडा की मौजूदगी में थानाध्यक्ष बाघराय त्रिलोकीनाथ पाण्डेय ने मोर्चा संभाला और पुलिस पीएसी के जवानों के साथ थाना क्षेत्र के बॉर्डर से ही शिवभक्तों के साथ चलते नजर आए और अपनी पूरी सुरक्षा टीम को दिशा निर्देश देते नजर आए। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर शिवभक्तों ने थानाध्यक्ष त्रिलोकीनाथ पाण्डेय व उनकी टीम को धन्यवाद दिया।