अवध वाटिका साहित्य संस्थान के तत्वावधान में  कवि गोष्ठी का किया गया 

बहराइच।12मार्च।अवध वाटिका साहित्य संस्थान (पंजी 0)बहराइच के तत्वावधान में आयोजित नियमित पाक्षिक कवि गोष्ठी का आयोजन सेनानी भवन सभागार में किया गया जिसकी अध्यक्षता पी0के0प्रचण्ड ने की ,डा0 बलमीत कौर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रही तथा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित मैट्रो म्यूजिक डांस क्लासेस की संस्थापिका श्रीमती रंजीता श्रीवास्तव उर्फ सोनी मैम को संस्थान के अध्यक्ष पी0के0प्रचण्डजी, उपाध्यक्ष रईस सिद्दीकी, सचिव तिलक राम अजनबी व विशिष्ट अतिथि ने अंगवस्त्र व प्रतीक चिन्ह भेंट करके सम्मानित किया तत्पश्चात शिवांगी राज की वाणी वंदना से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ फिर बम्पर बहराइची ने पढ़ा –जिन्दा रहना मुहाल है बेटा, सरकारी अस्पताल है बेटा। रईस सिद्दीकी ने पढ़ा -आज दुश्मनों को भी तुम गले लगा लेना ,दूरियां मिटाती हैं प्यार देती है होली। संचालक तिलक राम अजनबी ने पढ़ा –आते हैं जीवन में देखो कैसे कैसे रंग हजार। होली रंगों का त्यौहार, होली रंगों का त्यौहार। इस अवसर पर उपस्थित कवि विनोद पाण्डे ,शैलेन्द़ मिश्र किशोरी लाल चौधरी, रमेश चन्द्र मिश्र ने भी अपनी अपनी रचना प्रस्तुत की तथा अंत में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पी0के0प्रचंड ने पढ़ा –रहय प्राइवेट छोड़ दीन सरकारी छोड़ब ठीक नहीं।जब बोटी से चूक गयेन तरकारी छोड़ब ठीक नहीं। दीन धरम के कामे मा हम कहां केहू से पीछे है, रोजा हम सगरिव छोड़े हन अफ्तारी छोड़ब ठीक नहीं। इस अवसर पर बशीर अहमद, संजय पासबान एड0,,विनोदकश्यप,संजय कुमार वर्मा एडवोकेट व अन्य तमाम साहित्य प्रेमी बंधु उपस्थित रहे और कार्यक्रम का आनन्द प्राप्त किया।