किन्नर अखाड़े में बने 18 नए महामंडलेश्वर

प्रयागराज  तीर्थराज प्रयागराज के विश्व प्रसिद्ध महाकुंभ मेला में सनातन धर्म को मजबूत करने और प्रचार प्रसार के लिए अखाड़ों में पदाधिकारी बनाये जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। महाकुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर-16 संगम लोवर मार्ग पर लगे किन्नर अखाड़ा में पदाधिकारी बनाए जाने का कार्यक्रम आज सुबह शुरू हुई। इस दौरान देश के अलग-अलग प्रदेशों से 18 पुरुष, महिला और किन्नरों को महामंडलेश्वर व महंत बनाए जाने की प्रक्रिया देर शाम तक चलती रही।
आज गुरुवार को किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के सानिध्य में संन्यास दीक्षा दी गई। इसके पहले 11 आचार्यों की देखरेख में पिंडदान के बाद संन्यास प्रक्रिया संगम पर हुई। सभी ने संन्यास दीक्षा ली। उसके बाद संगम स्नान कर पूजन किया। किन्नर अखाड़ा में जिन लोगों को यह उपाधि दी गई उसमें यूपी के काशी, वृन्दावन, तमिलनाडु, राजस्थान, गुज़रात, मध्यप्रदेश सहित अन्य प्रदेश के लोग हैं। किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज ने बताया कि अभी 18 लोगों को महामंडलेश्वर, महंत सहित अन्य पदों की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, उसके बाद देश और विदेश के लोगों को भी किन्नर अखाड़ा में जिम्मेदारी दी जाएगी जिससे कि सनातन धर्म का प्रचार प्रसार हो सके। इस दौरान पुरुष, महिला और किन्नर सभी को अखाड़ा में शामिल कर पद दिया जा रहा है।