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बस्ती अक्टूबर उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के मुंडेरवा थानाक्षेत्र में छह वर्षीय मासूम के साथ हैवानियत की घटना करने वाले आरोपित को जल्द से जल्द सजा दिलाने की तैयारी में पुलिस मिशन शक्ति के तहत जुट गई है। छोटी चार्जशीट दरिंदे की लंबी सजा का आधार बनेगी। स्थानीय पुलिस ने दुष्कर्म के मामले की तीन सप्ताह के भीतर विवेचना पूरी करके आरोपित के खिलाफ चार्जसीट अदालत में गुरुवार को दाखिल कर दिया है।मासूम पीड़िता के गांव का ही निवासी 22 वर्षीय आरोपित वर्तमान समय में जेल में निरुद्ध है। पुलिस ने अभियोजन अधिकारी से संपर्क कर इस मुकदमें में त्वरित फैसले के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट में ट्रायल कराने का अनुरोध किया है। चार्जसीट दाखिल होने के बाद अभियोजन विभाग सक्रिय हो गया है। उम्मीद जताया गया है कि अदालत में नियमित सुनवाई कर कर जल्द ही नए बीएनएस कानून के तहत इस मुकदमें का फैसला आ जाएगा। पुलिस अधीक्षक गोपालकृष्ण चौधरी ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने मिशन शक्ति फेज पांच के तहत विवेचक को विशेष तौर पर कम से कम वक्त में चार्जसीट तैयार करने का टास्क पुलिस को दिया था। हर दिन इसकी मानीटरिंग का जिम्मा सीओ रुधौली को दिया है। फोरेंसिक और वैज्ञानिक साक्ष्यों की मदद से आरोपित के खिलाफ ठोस सबूत मिले हैं। आरोपित को कड़ी सजा दिलाने के लिए चार्जसीट रिकार्ड समय में दाखिल करने का निर्देश मिशन शक्ति 0.3 के तहत दिया गया था।
यह थी घटना
मासूम बच्ची के साथ हैवानियत का मामला उस वक्त सामने आया जब छह वर्षीया बच्ची की मां अपनी बेटी को टीका लगवाने के लिए आरोपित युवक को सीएचसी मुंडेरवा ले जाने के लिए कहा था। युवक मासूम बच्ची को अपनी बाइक पर लेकर गया रास्ते में एकांत जगह पर ले गया वहां उसके साथ मानवता की सारी हदें पार कर दुष्कर्म किया। उसके बाद जब वह सीएचसी पहुंचा और मासूम को टीका लगवाने के लिए महिला स्वास्थ्यकर्मी के पास ले गया तो टीका लगाने से पहले बच्ची से गुप्तांग से खून आने की बात आरोपित से पूछा तो वह वहां से फरार हो गया। बच्ची ने अपने साथ दुष्कर्म की जानकारी दी तो स्वास्थ्यकर्मी ने तुरंत पुलिस व उसके स्वजन को जानकारी दी। स्वजन की तहरीर पर आरोपित के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा पुलिस ने दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। उच्चाधिकरी के निर्देश पर इस मामले में पुलिस ने जांच तेज कर दी है। तीन सप्ताह में चार्जशीट दाखिल कर दिया गया।