बहराइच ,16 अक्टूबर मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए बवाल में उपद्रव काटने वालों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। पुलिस ने 24 घंटों के भीतर 24 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उपद्रव के मामले में 50 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है, जबकि 100 से अधिक लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला जा रहा है। उपद्रव के दौरान पुलिस कर्मियों के बनाए गए वीडियो से भी उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। प्रशासन की ताबड़तोड़ छापामारी की कार्रवाई को देख भीड़ में शामिल होकर उपद्रव करने वाले लोग फरार हैं।
प्रतिमा विसर्जन के दौरान मकान से पथराव के बाद रेहुआ मंसूर गांव निवासी 22 वर्षीय रामगोपाल मिश्र की हत्या के बाद आक्रोशित भीड़ ने महराजगंज बाजार में तोडफ़ोड कर आगजनी की थी। शहर में भी स्टीलगंज तालाब के पास बाइक में आग लगा दी गई। अस्पताल चौराहे पर कई दुकानों को जला दिया गया था। काजीकटरा में भी आगजनी का प्रयास किया गया।
घंटों पुलिस व उपद्रवियों के बीच गोरिल्ला युद्ध चलता रहा। उपद्रवियों को काबू करने के लिए एसटीएफ चीफ हाथ में पिस्टल लेकर दौड़ाना पड़ा था। मुख्यमंत्री ने मामले में उपद्रव करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद प्रशासन भी एक्शन मोड में दिखा। नव नियुक्त हरदी थानाध्यक्ष कमलशंकर चतुर्वेदी ने मंगलवार को आशिक आशिक रसूल, नमीमुद्दीन, मुहम्द रईश, राजा बाबू, साकिब समेत 24 अन्य लोगो को गिरफ्तार कर न्यायालय भेजा। एसडीएम अखिलेश कुमार सिंह ने सभी पकड़े गए आरोपितों को जेल भेज दिया है। सोमवार को 26 लोगो को गिरफ्तार कर एसडीएम न्यायालय रवाना किया था।
महाराजगंज बाजार में प्रतिमा विसर्जन के दौरान रामगांव के रेहुआ मंसूर गांव निवासी 22 वर्षीय रामगोपाल मिश्र को घर में घसीटकर ले जाने और उसकी बर्बरतापूर्वक पिटाई कर उसके नाखून को उखाड़कर गोली मारकर हत्या मामले में हरदी पुलिस को 10 लोगों की तलाश