तपती धूप में शीतल छांव है पिता । डॉक्टर अनुमोदिता

तपती धूप में शीतल छांव है पिता ।
हर रोग की औषधि हर समस्या का समाधान है पिता।
बच्चो की किलकारियों में
उनके अधरों पर मुस्कान है पिता।
जीवन के संघर्ष में उन्नति का सोपान है पिता।
हर ख्वाहिश जहां पूरी हो
वह जादुई दुकान है पिता।
अपने संतान की सिसकियों में
आँसुओ में पहचान है पिता।
बच्चो की हर शरारत में खुशी,
उनकी मुठ्ठी में जहान है पिता।
त्याग और सहनशीलता का
सुंदर नाम है पिता।

डॉक्टर अनुमोदिता 

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