बस्ती। पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र के पाण्डेय बाजार बासी रोड पर श्रीराम जानकी, लक्ष्मण जी, मां दुर्गा एवं शंकरजी के अष्टधातु की कीमती मूर्तियांें को उठाकर ले जाने और मंदिर को जे.सी.बी. से भू- माफियाओं के इशारे पर ध्वस्त कर दिये जाने से नागरिकों में रोष का माहौल है। गुरूवार को विश्व हिन्दू महासंघ अध्यक्ष अखिलेश सिंह के निर्देश पर जिला महामंत्री विजय शंकर शुक्ल और युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष सौरभ तिवारी के नेतृत्व में महासंघ पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं ने मण्डलायुक्त को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा। मांग किया कि मंदिर को जे.सी.बी. लगाकर ध्वस्त करने और अष्टधातु की मूर्तियों को गायब कर देने वालों को तत्काल प्रभाव से गिरफ्तार कर प्रतिमाओं को पुनः स्थापित कराया जाय।
ज्ञापन में कहा गया है कि श्रीमती पदमावती देवी पत्नी स्व0र्गीय मोहनलाल जायसवाल एवं पुत्र वधू स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मुन्नीलाल जायसवाल द्वारा मंदिर की स्थापना कर पाण्डेय बाजार बासी रोड पर श्रीराम जानकी व लक्ष्मण जी. दुर्गा जी एवं शंकरजी की अष्टधातु की कीमती मूर्तियां स्थापित कराया गयी थी। गत 4 जून को मयंक गाडिया पुत्र पवन गाडिया, अशोक सिंह पुत्र लक्ष्मी नरायन सिंह जो पेश से दीवानी कचहरी में स्टेनो है, सुनील जायसवाल पुत्र हीरालाल जायसवाल के द्वारा जबरन मन्दिर को जे.सी.बी. मशीन से ध्वस्त करा दिया गया और मन्दिर के अन्दर पूजा के लिए रखी अष्टधातु की मूर्तियों को उठा ले गये। अशोक सिंह के खिलाफ पूर्व में भी भू-माफिया के मुकदमें दर्ज है, ऐसा करके वह शासन एवं प्रशासन की छवि को निरन्तर धूमिल करते रहते है।
विश्व हिन्दू महासंघ अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा कि योगी सरकार वर्तमान में राम मन्दिर का भव्य निर्माण करवा रही है तथा मन्दिरों और हिन्दुत्व के धरोहरों की पूर्ण सुरक्षा और सौन्दर्यीकरण किया जा रहा है। ऐसे में इस सरकार मे मन्दिर गिराने वाले अपराधियों को किसी भी हाल में बक्शा नहीं जाना चाहिये। कहा कि इसकी पूरी नैतिक जिम्मेदारी स्वयं जिला प्रशासन की होनी चाहिए। कहा कि ऐसी घटनाओं से हिन्दू धर्म व समस्त हिन्दू जनमानष आक्रोषित है। यदि अविलम्ब दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी नहीं होती है तथा एक सप्ताह के भीतर मन्दिर निर्माण का कार्य शुरू नहीं होता है तो विश्व हिन्दू महासंघ संगठन एक वृहद आन्दोलन को बाध्य होगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।
ज्ञापन सौंपने वालों में बिंद गोपाल त्रिपाठी, बाबा जयप्रकाश दास, संदीप तिवारी , राकेश सिंह, चन्द्रेश पाठक, डब्लू सिंह राणा, अंकित सिंह, वीरेंद्र सिंह, संदीप मिश्रा, प्रिंस पटेल, अमर कुमार गौतम आदि शामिल रहे।