स्वतंत्र लेखन मंच को एक वर्ष पूरा हो चला है। 15 अगस्त 2022 को वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. विनोद वर्मा दुर्गेश व डॉ.दवीना अमर ठकराल ने मंच की स्थापना की। पाँच समितियों से आरंभ कर उनकी कार्यकुशलता,सहयोग, समर्पण, सक्रियता से अन्य प्रबुद्ध रचनाकार इस मंच से जुड़ते गए और आज ये 500 मनीषियों का पावन मंच बन चुका है। इस मंच पर दैनिक आयोजनों में विभिन्न विषय विधाओं में रचनाकार पारंगत हो रहे हैं, वीडियो प्रस्तुति के माध्यम से रचनाकार मंच पर रूबरू होकर
अपनी भावाभिव्यक्ति हर रविवार देते हैं। हर छोटे-बड़े उत्सव को महोत्सव बनाकर बड़ी तल्लीनता व आत्मीयता से आयोजन को सफलता के पायदान तक पहुँचाते हैं।
नव वर्ष, लोहड़ी, मकर सक्रांति, गणतंत्र दिवस, बसंत पंचमी, शिवरात्रि, होली, नवरात्र, अम्बेडकर जयंती, मज़दूर दिवस, स्वतंत्र दिवस, रक्षाबंधन, अध्यापक दिवस, मातृ दिवस, पितृदिवस, महिला दिवस, पर्यावरण दिवस, जन्माष्टमी, गांधी जयंती, दशहरा दिवाली, भैया दूज, बाल दिवस, गुरुनानक जयंती आदि त्योहार मंच पर बड़ी धूमधाम से मना कर रचनाकारों को सम्मान पत्रों से सम्मानित किया जाता है।
कुरियर द्वारा सम्मान पत्र व मेडल भेज कर रचनाकारों का उत्साहवर्धन कर प्रोत्साहित भी किया जाता है।
वर्ष पूरा होने की ख़ुशी में विभिन्न आयोजन मंच पर मनाए जा रहे हैं…
आयोजन एक नज़र में
एकल काव्य पाठ श्रृंखला
11.8.23 से 12.8.23 तक
30 कवि/ कवयित्री
स्वतंत्र लेखन मंच पर प्रेषित की गयी स्वरचित रचनाओं का अनूठा काव्यपाठ
13.8.23 से 14.8.23 तक
गीतात्मक वीडियो प्रस्तुति
एक वर्ष का सफ़र स्वतंत्र लेखन मंच के साथ
15.8.23
77वां स्वतंत्रता दिवस
थीम – राष्ट्र प्रथम सदैव प्रथम
विषय —क्या खोया क्या पाया
छंदमुक्त कविताएँ
15.8.23
आभासी कार्यशाला
मिलकर मनाएंगे स्वतंत्रता दिवस
सांय 6 बजे से 8 बजे तक
कार्यक्रम संयोजिका/संचालिका व अध्यक्षा डॉ दवीना अमर ठकराल ने बताया कि मंच से जुड़े सभी रचनाकारों को अति सुंदर सम्मान पत्रों से यथायोग्य सम्मानित किया जाएगा और सभी आयोजनों में सहभागिता दिखाने वाले रचनाकारों के घरों पर कुरियर द्वारा सम्मान पत्र व मेडल भिजवाए जाएंगे।