–निडर,निर्भीक,निष्पक्षता और ईमानदारी का चार वर्ष हुआ पूर्ण
बस्ती। हिन्दी दैनिक अख़बार ‘मखौड़ा संदेश’ का पांचवां स्थापना दिवस बुधवार को प्रेस क्लब सभागार में मनाया गया। वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप चंद्र पाण्डेय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज के दौर में पत्रकार के साथ न ही समाज है और न ही सरकार, ऐसे में अखबारों का प्रकाशन अत्यंत कठिन है। इसके लिए प्रकाशकों को स्थानीय स्तर पर स्थानीय खबरों पर विशेष ध्यान देना होगा। कार्यक्रम को पत्रकार कृष्ण देव मिश्र, प्रेस क्लब महामंत्री महेंद्र तिवारी ने संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान परिवेश में समाचार पत्रों को प्रकाशित करना आसान नहीं है, ऐसे में मखौड़ा संदेश का प्रकाशन होना वास्तव में साहसिक कार्य है। समाचार पत्र के प्रकाशक और सम्पादक को बधाई देना चाहिए। देश के मशहूर कवि डॉ० रामकृष्ण लाल ‘जगमग’ ने विस्तार से वर्तमान समय में पत्रकारिता के संकट पर चर्चा किया। समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष राजाराम यादव ने शुभकामना देते हुए कहा कि पत्रकार समाज का प्रमुख अंग है, वह समाज को नई दिशा देता है। आए हुए अतिथियों ने मखौड़ा संदेश के प्रधान संपादक माता प्रसाद पाण्डेय तथा समाचार संपादक विकास पाण्डेय को बधाई दिया और ऐसे ही निरंतर गरीबों और शोषितों की आवाज बनकर अपनी जिम्मेदारी निभाने को प्रेरित किया। ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष अवधेश त्रिपाठी ने कहा कि अख़बार कोई छोटा या बड़ा नहीं होता। हर अख़बार की पहचान उसके निष्पक्ष खबरों ओर जनहित मुद्दों को उठाने से बढ़ती है। पत्रकार को हमेशा निष्पक्ष और निर्विवाद रहना चाहिए। विवेक मिश्र ने कहा कि चार वर्षों में मखौड़ा संदेश जिस मुकाम पर पहुंचा है वह सराहनीय है और बधाई का पात्र है। आगे भी ऐसे ही जनहित और समाज हित के लिए यह अखबार कार्य करता रहे। इस मौके पर दिलीप पाण्डेय, हरि कृष्ण त्रिपाठी,समीर चौधरी,जीत बहादुर सिंह,आनंद चौधरी,वी०के० तिवारी,साहिल,अशोक कुमार पाण्डेय,रामजीत पाण्डेय, रामकुमार पाण्डेय, विपिन पाण्डेय, निखिल पाण्डेय, दीपक पाल, रामकिशन मौर्य, नक्षत्र बलि पाण्डेय, कपिल देव, डॉ० वी० के० वर्मा , रजनीश त्रिपाठी, राकेश गिरी, सुद्दृष्टि
नारायण त्रिपाठीरुणेश श्रीवास्तव, दिनेश पाण्डेय, अनुराग श्रीवास्तव, श्री प्रकाश श्रीवास्तव, अनिल श्रीवास्तव, अशोक श्रीवास्तव, चंद्र प्रकाश शर्मा, अमित सिंह,रमेश चंद्र मिश्र,संदीप शुक्ल,सुभाष चंद्र पाण्डेय, सर्वेश श्रीवास्तव,राकेश तिवारी, राजेंद्र उपाध्याय, सर्वेश श्रीवास्तव, दिलीप चंद्र पाण्डेय, राकेश चंद्र श्रीवास्तव, ब्रह्मदेव पाण्डेय, इमरान अली, राघवेंद्र मिश्र, वसीम अहमद, सुरेश सिंह गौतम, संतोष श्रीवास्तव, पारसनाथ मौर्य, धर्मेंद्र कुमार पाण्डेय, कार्तिकेय उपाध्याय, शाहरुल हक, सुभाष पाण्डेय सहित अनेकों लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में शक्ति शरण उपाध्याय ने अहम भूमिका निभाई, कार्यक्रम का संचालन विनोद कुमार उपाध्याय ने किया।