कला के ध्रुवतारे अगमप्रीत: 14 वर्षीय बाल कलाकार ने महापौर को भेंट की अपनी पेंटिंग, मिली ढेरों शुभकामनाएं

 

महेन्द्र कुमार उपाध्याय
अयोध्या। रामनगरी अयोध्या में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, जिसका एक जीवंत प्रमाण हैं 14 वर्षीय बाल कलाकार अगमप्रीत सिंह सोढ़ी। अपनी अनोखी कला और अटूट लगन से उन्होंने बेहद कम उम्र में ही कला जगत में एक विशिष्ट पहचान बना ली है। ब्रह्मकुंड गुरुद्वारा, अयोध्या के निवासी अगमप्रीत जटिल Abstract Art (एब्स्ट्रैक्ट आर्ट) और Mandala Art (मंडला आर्ट) में अपनी कुशलता के लिए जाने जाते हैं।
युवा अगमप्रीत न केवल स्वयं उत्कृष्ट चित्रकला करते हैं, बल्कि वे कला के प्रति उत्साही बच्चों को ऑफलाइन व ऑनलाइन दोनों माध्यमों से प्रशिक्षित भी करते हैं। उनका यूट्यूब चैनल “Super Art by Agam” बच्चों को कला की बारीकियां सिखाने का एक लोकप्रिय और सशक्त मंच बन चुका है।
अगमप्रीत ने बताया कि उन्होंने अपनी कला यात्रा की शुरुआत अपनी दादी से प्रेरणा लेकर की थी, और आज उनके माता-पिता — श्री गुरबीर सिंह सोढ़ी और नवनीत कौर — उनका पूरा सहयोग कर रहे हैं।
महापौर को विशेष भेंट, उज्जवल भविष्य की कामना महर्षि वाल्मीकि जयंती के शुभ अवसर पर, अगमप्रीत सिंह सोढ़ी ने अयोध्या के प्रथम महापौर ऋषिकेश उपाध्याय के लिए विशेष रूप से बनाई गई एक सुंदर पेंटिंग उन्हें भेंट की। युवा कलाकार के इस विशेष उपहार को पाकर महापौर ऋषिकेश उपाध्याय अभिभूत हुए। उन्होंने अगमप्रीत की कला और समर्पण की प्रशंसा करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की और हर संभव सहयोग देने का आश्वासन भी दिया। राष्ट्रीय स्तर पर नाम रोशन करने का सपना मीडिया से बातचीत में अगमप्रीत ने अपने सपने को साझा किया। उन्होंने बताया कि उनका लक्ष्य है कि वे भारत के शीर्ष कलाकारों में अपना नाम दर्ज कराएं और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की कला प्रतियोगिताओं में भाग लेकर अयोध्या का नाम रोशन करें।
अगमप्रीत ने कला के महत्व को समझाते हुए कहा, “आर्ट केवल चित्र बनाना नहीं है, बल्कि यह भावनाओं को व्यक्त करने का एक माध्यम है, जिससे समाज में एक सकारात्मक संदेश दिया जा सकता है।”
इतनी कम उम्र में अगमप्रीत सिंह सोढ़ी की यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार, बल्कि संपूर्ण अयोध्या के लिए गर्व का विषय है और यह निश्चित रूप से अन्य युवा प्रतिभाओं के लिए एक बड़ी प्रेरणा है।