आज है 2 अक्तूबर, आज का दिन है बड़ा महान

*आज के दिन दो फूल खिले थे, जिनसे महका हिंदुस्तान।*

 

🌹 _राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री राष्ट्रनायक लाल बहादुर शास्त्री जयंती पर हार्दिक शुभकामनाएं।_ 🌹

 

कुछ पंक्तियां

 

तुमसे है गुलजार चमन।

बाबा गांधी! है तुम्हें नमन।

 

तुमने अपनी कर्मठता से,

भारत मां का भाल सजाया ।

सत्य अहिंसा के बलबूते,

भारत को आजाद कराया ।

 

भारत मां की बलिवेदी पर,

सब कुछ अपना किया हवन ।

बाबा गांधी! है तुम्हें नमन ।

 

ऐसा सत्साहस दिखलाया,

ब्रिटिश हुकूमत कांप गई ।

हमें यहां से जाना होगा,

अपने मन में भांप गई ।

 

ब्रिटिश हुकूमत को तुमने तो,

चुटकी में कर दिया दमन ।

गांधी बाबा है तुम्हें नमन ।

 

आज तुम्हारे श्रीचरणों में,

श्रद्धा सुमन चढ़ाते हैं ।

और तुम्हारे सत्साहस का,

गीत मनोरम गाते हैं ।

 

देन तुम्हारी ही हैं बाबा,

सुख समृद्धि से भरा वतन ।

गांधी बाबा! है तुम्हें नमन ।

 

*राष्ट्रनायक लाल बहादुर शास्त्री जी के प्रति*

 

भारत मां के वीर सपूतों का था कैसा स्वर्णिम दौर ।

लाल बहादुर शास्त्री जी थे भारत के सच्चे सिरमौर ।

 

जय जवान का, जय किसान का गीत मनोरम गाये ।

अपनी कर्मठता के बल पर भारत में खुशहाली लाये ।

 

सचमुच वह भारत माता से रखते थे कितना अनुराग ।

कौन भूल सकता है बोलो, शास्त्री जी का अतुलित त्याग ।

 

जय जवान का जय किसान का, दिया देश को अद्भुत नारा ।

अमर रहेगा वह सदैव ही, भारत माँ का राज दुलारा ।

 

उनके आदर्शों पर चलते रहना है जीवन का सार ।

शास्त्री जी के श्री चरणों में अभिनंदन है शत-शत बार ।

 

*देशभक्ति गीत (भोजपुरी)*

 

बचवा हमार एक किसान बनी हो, एगो देश के जवान।

एगो ललनवा कै खूब हम पढ़ईबे।

एगो ललनवा से खेती करइबे।

अरे धूरी माटी लगी पहलवान बनी हो।

……..एगो देश कै जवान। बचवा हमार…

एगो वतनवा कै लजिया बचाई।

माई के अचरा कै दगिया छोड़ई।

शेखर, भगत सिंह, सुभाष बनी हो।

………….एगो देश कै जवान । बचवा हमार..

एगो लाल बनी सीमा कै पहरूवा।

हिंद केसरी बनी देश कै दुलरूवा।

अरे एगो हिमालय कै शान बनीं हो

… एगो देश कै जवान। बचवा हमार…..

चाहे आई, आंधी चाहे आई तूफान हो।

खड़ा रही वहां उ सिनवा कै तान हो।

अरे धरती गगनवा कै शान बनी हो।

.. एगो देश के जवान। बचवा हमार….

 

 

*डा. वी. के वर्मा*

उपाध्यक्ष, प्रेस क्लब/

आयुष चिकित्साधिकारी,

जिला चिकित्सालय बस्ती