उर्मिला एजुकेशनल एकेडमी में 79वां स्वतंत्रता दिवस बड़े ही धूम-धाम से मनाया गया

बस्ती (दैनिक अनुराग लक्ष्य ) विगत वर्षो की भांति इस वर्ष भी हमारे विद्यालय उर्मिला एजुकेशनल एकेडमी, बस्ती में 79वां स्वतंत्रता दिवस धूम-धाम से मनाया गया। इस पावन अवसर पर मुख्य अतिथि चन्द्रभूषण मिश्रा (वरिष्ट सपा नेता), विशिष्ट अतिथि ध्रुव चन्द्र त्रिपाठी, डा० राजन शुक्ल जी, प्रबन्धक धीरेन्द्र शुक्ल जी, प्रबन्ध निदेशक विनय शुक्ल आदि लोग उपस्थित रहे।

कार्यक्रम की शुरूआत मुख्य अतिथि चन्द्रभूषण मिश्रा एवम् विद्यालय के प्रबन्धक धीरेन्द्र शुक्ल जी द्वारा

ध्वजारोहण कर राष्ट्रगान के साथ तिरंगे को सलामी दी। विद्यालय प्रांगण देशभक्ति गीतों, नारों और तिरंगे की फहराती लहरियों से गूंज उठा।

15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) के उपलक्ष्य में उर्मिला एजुकेशनल के बच्चों ने बहुत मेहनत से सांस्कृतिक कार्यक्रमो की तैयारी की। यह कार्यक्रम देश की आज़ादी और हमारी एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। बच्चों ने नृत्य, भाषण और अन्य रंगीन कार्यक्रम किए जिनमें उनकी मेहनत और प्रतिभा का चमकदार प्रदर्शन किया।

अपने प्रेरणादायक संबोधन में चन्द्रभूषण मिश्रा ने कहा “हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राणों की आहुति देकर हमें आज़ादी दिलाई है। इस स्वतंत्रता को बनाए रखना और इसे और मजबूत बनाना हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। शिक्षा केवल डिग्री पाने का माध्यम नहीं, बल्कि चरित्र निर्माण और राष्ट्र निर्माण का साधन है। जब बच्चे ईमानदारी, परिश्रम और अनुशासन के साथ आगे बढ़ेंगे, तभी भारत विश्व में अग्रणी बन सकेगा।” उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे मोबाइल और सोशल मीडिया के दुरुपयोग से बचते हुए समय का सदुपयोग पढ़ाई और रचनात्मक कार्यों में करें।

विद्यालय के प्रबन्धक धीरेन्द्र शुक्ल जी ने अपने संबोधन में कहा कि “आज का दिन हमें यह संकल्प लेने का अवसर देता है कि हम अपने देश के विकास में अपनी पूरी क्षमता से योगदान देंगे। विद्यार्थियों को चाहिए कि वे ज्ञान और कौशल प्राप्त कर समाज में सकारात्मक बदलाव लाएं।”

प्रबन्ध निदेशक विनय शुक्ल जी ने अपने संबोधन में कहा कि “स्वतंत्रता दिवस केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी है। हमें अपने कर्तव्यों को निष्ठा से निभाना होगा। विद्यार्थियों का शिक्षा और चरित्र निर्माण ही भारत को विश्व में अग्रणी बनाएगा।”

इसी क्रम में प्रधानाचार्य नरेन्द्र सिंह जी ने कहा कि “स्वतंत्रता दिवस हमें यह याद दिलाता है कि यह आज़ादी हमारे पूर्वजों के त्याग और बलिदान का परिणाम है। विद्यार्थियों को चाहिए कि वे अनुशासन, मेहनत और ईमानदारी के मार्ग पर चलकर राष्ट्र को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने में अपना योगदान दें।” एवम् प्रधानाचार्या शशि प्रभा त्रिपाठी जी ने अपने सम्बोधन में कहा कि “तिरंगा केवल एक ध्वज नहीं, बल्कि हमारे सम्मान, एकता और त्याग का प्रतीक है। बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ नैतिक मूल्यों और देशभक्ति की भावना को भी जीवन में अपनाना चाहिए, तभी सच्चा नागरिक बनने का सपना पूरा होगा।”

इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक बसन्त गुप्ता, राकेश पाण्डेय, संतोष सिंह, श्रवण चौधरी, अभिनव प्रकाश पाण्डेय, मनोज मिश्रा, राजेश पाण्डेय, संजय प्रजापति, अमन मिश्रा, शैलेन्द्र तिवारी अध्यापिका वैष्णवी सिंह, आंचल, सतनाम कौर, मधु कन्नौजिया, स्तुति मिश्रा, अपराजिता मिश्रा, श्यामा गुप्ता, पूजा उपाध्याय, मधुप्रिया मिश्रा, दिपाली गुप्ता, आदि सहित सभी अध्यापक/अध्यापिकांए उपस्थित रहें।