तेहरान,। ईरान और इजरायल लगातार एक-दूसरे पर हमले कर रहे हैं। इजरायल के हमले के जवाब में ईरान ने उसके कई शहरों पर 150 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं। इन हमलों में 3 लोगों की मौत हो गई है और करीब 40 लोग घायल हुए हैं।
वहीं, ईरान पर भी इजरायल के हमले जारी हैं। इजरायल ने इस्फहान और तेहरान पर हमले किए हैं। खबर है कि हमलों में परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया गया है।
इजरायल पर जवाबी हमले को ईरान ने ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस-3 नाम दिया है। इसके तहत ईरान ने इजरायल पर सैकड़ों बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जो तेल अवीव और जेरूसलम में गिरी हैं।
हमले के बाद सामने आई तस्वीरों में इमारतों को नुकसान और मलबे को देखा जा सकता है।
ईरान ने दावा किया कि उसने इजराइल के रक्षा मंत्रालय को निशाना बनाया है। रक्षा मंत्रालय के इमारत के पास आग लगने की भी खबर है।
भारत में ईरान के दूतावास ने एक तस्वीर साझा करते हुए दावा किया है कि ईरान की वायु रक्षा प्रणाली ने इजरायल के एक एफ-35 लड़ाकू विमान को मार गिराया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, गिराए गए विमानों में से एक महिला पायलट को हिरासत में लिया गया है। हालांकि, इजरायल ने इसका खंडन किया है।
ईरान ने तेहरान के आसपास कई इजरायली ड्रोन भी मार गिराए हैं।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, ये तो सिर्फ शुरुआत है, अभी और तबाही बाकी है। ईरान को बख्शा नहीं जाएगा। हमारा मकसद इजरायल के अस्तित्व पर मंडरा रहे खतरे को जड़ से खत्म करना है। यह ऑपरेशन तब तक चलेगा, जब तक यह खतरा पूरी तरह मिट नहीं जाता।
उन्होंने ईरान की जनता से सरकार के खिलाफ विद्रोह की भी अपील की।
बता दें कि इजरायल ने इस अभियान को ऑपरेशन राइजिंग लॉयन नाम दिया है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते दिन में कई बार ईरान से परमाणु समझौते की मांग दोहराई।
उन्होंने कहा, ईरान ने समझौता करने का मौका गंवा दिया। अब उनके पास एक और अवसर हो सकता है। हम देखेंगे।
फिर उन्होंने कहा कि ईरान अभी भी समझौता कर सकता है, अभी बहुत देर नहीं हुई है।
इससे पहले ट्रंप ने सोशल मीडिया पर भी समझौते को लेकर लंबा बयान दिया था।