दुबई, इजरायल ने शुक्रवार को ईरान की राजधानी तेहरान पर हवाई हमले किए, जिसमें परमाणु और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया है। ईरान की राजधानी के उत्तर-पूर्व में कथित तौर पर जोरदार विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं, जिसके बाद तेहरान के मुख्य हवाई अड्डे इमाम खुमैनी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सभी उड़ानें निलंबित कर दी गईं हैं।
इजरायल में पूरे देश में सायरन बजाए गए हैं और रक्षा मंत्री इजरायल कैट्ज ने विशेष आपातकाल की घोषणा की है।
इजरायल के हमले में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) के कमांडर-इन-चीफ मेजर जनरल हुसैन सलामी इजरायली हमले में मारे गए हैं।
ईरानी की सरकारी मीडिया के मुताबिक, सलामी ईरानी सेना के प्रमुख अधिकारी थे। उनके नेतृत्व में आईआरजीसी ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल प्रणाली की देखरेख करता था।
उनके अलावा ईरान के दो प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक मोहम्मद मेहंदी तेहरांची, फेरेदून अब्बासी, ईरान के सेना प्रमुख मोहम्मद बाघेरी और कुछ परमाणु वैज्ञानिक भी हमले में मारे गए हैं।
रक्षा मंत्री कैट्ज ने ईरान की ओर से आसन्न मिसाइल और ड्रोन जवाबी हमले की भी चेतावनी दी है।
उन्होंने एक बयान में कहा, ईरान के खिलाफ इजरायल के निवारक हमले के मद्देनजर, इजरायल और उसके नागरिक आबादी के खिलाफ मिसाइल और ड्रोन हमले तुरंत होने की उम्मीद है।
यह हमला अमेरिका के समर्थन के बिना किया गया है। अमेरिका ने पहले ही खुद को इस ऑपरेशन से दूर कर लिया था।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के खिलाफ हमलों को राइजिंग लायन अभियान का हिस्सा बताया।
उन्होंने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि तेहरान से परमाणु खतरे को बेअसर करने के लिए यह अभियान जितने दिन भी चलाना होगा, उतना चलाया जाएगा।
नेतन्याहू ने कहा कि ईरान के पास 9 परमाणु बम बनाने के लिए पर्याप्त यूरेनियम है।
उनकी योजना 6 साल में 20,000 बैलिस्टिक मिसाइल बनाने की है, जो मिनटों में इजरायल पहुंच सकती है।
ईरानी सुरक्षा सूत्र ने बताया कि तेहरान इजरायल को कठोर और निर्णायक जवाब देने की योजना बना रहा है। अधिकारी ने कहा कि जवाबी कार्रवाई पर उच्चतम स्तर पर चर्चा की जा रही है।
वहीं, इजरायल रक्षा बलों ने एक बयान में कहा, आज ईरान परमाणु हथियार प्राप्त करने के पहले से कहीं अधिक करीब है। ईरानी शासन के हाथों में सामूहिक विनाश के हथियार इजरायल राज्य और व्यापक विश्व के लिए अस्तित्व का खतरा हैं।