राममंदिर : घुटनों के मरीजों के लिए लिफ्ट निर्माण की तैयारी में ट्रस्ट

-बीस फीट ऊंचाई पर है राम दरबार, 40 सीढ़ियां चढ़ने पर मिलेगा दर्शन
-घुटनों के मरीजों को होने वाली दिक्कत को ध्यान में रखते हुए लिया गया निर्णय
-ट्रस्ट महासचिव बोले, अब मंदिर निर्माण पूर्णता की ओर
अयोध्या। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से पूर्णता की ओर अग्रसर है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कारसेवकपुरम स्थित भारत कल्याण प्रतिष्ठान में पत्रकारों को बताया कि मंदिर निर्माण अपने अंतिम चरण में है और मौसम अनुकूल रहा तो शेष कार्य जल्द पूरे हो जाएंगे। मंदिर के प्रथम तल पर भगवान राजाराम का राम दरबार 20 फीट की ऊंचाई पर विराजमान है, जहां 40 सीढ़ियां चढ़कर दर्शन किए जा सकते हैं। घुटने के रोगियों की सुविधा के लिए ट्रस्ट ने लिफ्ट निर्माण की योजना बनाई है, जिसे एलएंडटी कंपनी कार्यान्वित कर रही है। बेंगलुरु की एक घटना से सबक लेते हुए ट्रस्ट धैर्यपूर्वक और सुरक्षित निर्माण पर जोर दे रहा है। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंगा दशहरा के अवसर पर मंदिर के प्रथम तल पर राजा राम को विराजमान कराया था।
चंपत राय ने बताया कि मंदिर परिसर में चार दिशाओं में प्रवेश द्वार बनाए जा रहे हैं। उत्तर दिशा में जैन मंदिर के पास और युसुफ आरा मशीन के पास क्रासिंग 11 पर द्वार निर्माण प्रगति पर है। प्रथम प्रवेश द्वार 11 से होगा, जबकि क्षीरेश्वर नाथ मंदिर के पास क्रासिंग 3 पर एक और द्वार बनेगा। दक्षिण दिशा में ट्रस्ट कार्यालय, सभागार और विश्रामगृह का निर्माण राजकीय निर्माण निगम द्वारा किया जा रहा है, जो 2026 तक पूरा होगा।
70 एकड़ के परिसर को घेरने वाली चार किलोमीटर लंबी बाउंड्री वाल का डिजाइन इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड तैयार करेगा, जिसकी सुरक्षा जांच के बाद निर्माण शुरू होगा। सरयू तट पर रामकथा संग्रहालय के जीर्णोद्धार का कार्य भी तेजी से चल रहा है। परकोटे के मंन्दिरों में दर्शन की अनुमति अभी निर्माण कार्यों के कारण नहीं दी गई है।
मंदिर निर्माण में योगदान देने वालों को द्वितीय प्राण प्रतिष्ठा समारोह में यजमान के रूप में आमंत्रित किया गया। इनमें मूर्तिकार सत्य नारायण पांडेय, शेषावतार की प्रतिमा बनाने वाले केशव, गोविंद शर्मा, आशीष सोमपुरा, नरेश मालवीय, परेश सिम्प्यूट, विनोद मेहता और विनोद शुक्ल जैसे कारीगर शामिल थे। समारोह में मध्य प्रदेश के साधु नर्मदानंद जी महाराज सहित विभिन्न समाजों का प्रतिनिधित्व रहा।
ट्रस्ट महासचिव चंपत राय ने बताया कि 5 जून को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जन्मदिन पर समाज के लोगों ने उन्हें तमिलनाडु से लाई गई विशेष माला, छोटे फूलों और इलायची दानों का मुकुट, 24 कैरेट सोने से बना राम जन्मभूमि मंदिर का मॉडल और 53 किलो का लड्डू भेंट किया। यह आयोजन अयोध्या में मुख्यमंत्री की धार्मिक और सांस्कृतिक योगदान के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक बना।